विसंगतिपूर्ण मुआवजे के विरोध में दूसरे दिन भी धरने पर रहे ग्रामीण, पहुंचे एसडीएम ने दिया डीएम से जुड़ा भरोसा





सैदपुर। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के निर्माण के लिए अधिग्रहित किए जाने वाली जमीनों के बाबत दिए जाने वाले मुआवजे में विसंगति का आरोप लगाकर क्षेत्र के तरवनियां बाईपास के पास धरना कर रहे काश्तकारों ने शुक्रवार को भी प्रदर्शन किया। जिसके बाद दोपहर में पहुंचे एसडीएम ने समझा बुझाकर आश्वासन दिया। सैदपुर नगर पंचायत में आने वाले तरवनियां के पास के काश्तकारों का आरोप है कि उनकी जमीनों का मुआवजा देने में अधिकारियों ने बेहद भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया है। कहा कि ग्राम समाज की जमीन शेखपुर के लिए उन्होंने करीब 12 लाख रूपया बिस्वा मुआवजा दिया है तो हमारी नगर पंचायत की जमीन को महज 2 लाख रूपए बिस्वा का मुआवजा मिला है। जबकि सरकारी दस्तावेजों के अनुसार भी नगर पंचायत की जमीनें ग्राम समाज की जमीनों से महंगी होती हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस अनियमित मुआवजे को न लेकर जिला मजिस्ट्रेट के यहां आपत्ति भी दाखिल की लेकिन हमारी आपत्तियों पर अब तक सुनवाई नहीं हुई और कार्यदायी कंपनी द्वारा हमारी जमीनों पर आम भी अनवरत कराया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने गुरूवार से ही पीएनसी के वाहनों को वापस भेजकर काम रोक दिया था। दूसरे दिन शुक्रवार को काश्तकारों के साथ ही युवा शक्ति संघ के अध्यक्ष सुनील यादव भी धरने में पहुंचे और प्रदर्शन किया। जिसके बाद करीब 2 बजे पहुंचे एसडीएम शिशिर कुमार ने काश्तकारों को समझाया और कहा कि उनकी मांगों को सुनने के लिए शनिवार को जिलाधिकारी ने सभी को जिला मुख्यालय पर बुलाया है। वहीं पर मुआवजे के लिए वार्ता होगी। इसके बाद किसानों ने ये कहकर धरना खत्म किया कि अगर हमारी मांगें न मानी गई तो हम पुनः धरने पर बैठेंगे। इस मौके पर हुबराजी देवी, चंदा देवी, नन्हकी देवी, जीरा देवी, शिवचरण, होरीलाल, लालचंद, दिनेश, सतिराम, मिश्रीराम, श्रवण कुमार, उपेंद्र कुमार, बेचन राम आदि मौजूद थे।



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