मोदी जी! जखनियां का ये डाकघर तोड़ रहा लोगों का डाकघर पर बना सदियों का विश्वास, अपने ही धन के लिए साल भर से ठोकर खा रही पीड़िता





जखनियां। डाकघर में लोग इस वजह से अपनी जीवन भर की जमा पूंजी जमा करते हैं, क्योंकि वो सरकारी संस्था है। जिसके चलते लोग उसे सुरक्षित मानते हैं। लेकिन क्या हो जब डाकघर कर्मी ही लोगों को उनकी जीवन भर की जमा पूंजी को वापिस देने में साल भर से दौड़ाने लगें तो उनका भरोसा डाकघर से भी उठने लगता है। मामला जखनियां के भुड़कुड़ा गांव से आया है। वहां की महिला सुमित्रा देवी बेहद आर्थिक तंगी से जूझ रही है। सुमित्रा ने बताया कि उनकी आरडी पूरी हुई तो 24 सितंबर 2021 को डाकघर द्वारा एसबीआई का 24 हजार रूपयों का चेक दिया गया। जिसे उन्होंने डाकघर में ही अपने बचत खाते में जमा करा दिया। लेकिन बीते 11 माह से डाकघर द्वारा महिला को भुगतान नहीं दिया जा रहा है। डाकघर कर्मियों द्वारा न तो सुमित्रा को उनका चेक ही वापिस दिया जा रहा और न ही रूपया दिया जा रहा। जिसके चलते महिला आर्थिक तंगी से जूझ रही है। उसने बताया कि कर्मिचारियों द्वारा अगले सप्ताह की बात कहकर टाल दी जा रही है और मुझे बार-बार दौड़ाया जा रहा है। वहीं इस मामले में डाकघर का कोई भी कर्मी जवाब देने को तैयार नहीं है। पूरी व्यवस्था पोस्टमैनों के भरोसे चल रही है। जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।



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