‘किसी एक की जागीर नहीं हैं प्रभु श्रीराम, हर किसी के सहयोग से बनेगा श्रीराम मंदिर, 3 लोगों ने की थी खुद निर्माण कराने की कवायद’
जखनियां। क्षेत्र के मुड़ियारी स्थित किसान पीजी कॉलेज में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बौद्धिक विशेषज्ञ मिथिलेश नारायण ने कहा कि 1990 में अयोध्या में राम मंदिर के लिए राम सेवकों ने एक पत्थर तक नहीं चलाया था। बताया कि यह तो स्वयंसेवकों का अपने आराध्य देव के लिए मरने से भी पीछे नहीं हटने का संकल्प था। कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने कहा था कि भगवान पर भरोसा रखो, तुम आगे बढ़ते रहोगे। हमारे शास्त्रों के साथ ही भारत की न्यायपालिका ने भी निर्णय दे दिया कि राम जन्मभूमि अयोध्या में है। बताया कि यह मंदिर किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बनेगा। यह हिंदू समाज के हर व्यक्ति का मंदिर होगा। जिसमें हर किसी के सहयोग से एक-एक ईंट के निर्माण कराया जाएगा। बताया कि मंदिर बनाने के लिए तीन लोगों ने अकेले मंदिर बनाने की अनुमति मांगी परंतु उन्हें अनुमति न देकर जन-जन के भाव का सम्मान करते हुए हर व्यक्ति के सहयोग से मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया है। कहा कि हम दुख आने पर श्रीराम को याद करते हैं। श्रीराम किसी एक ही जागीर नही हैं। इसलिए मंदिर निर्माण में हर हिंदू व्यक्ति की सहभागिता होनी चाहिए। इस मौके पर काशी प्रांत के कार्यकारिणी सदस्य भोलेंद्र, जिला प्रचारक कमलेश, पारसनाथ राय, योगेंद्र राय, आनंद मिश्रा, प्रबंधक रामनगीना यादव, गणेश प्रसाद, अनिल पांडेय, रामअवध पांडेय, भुल्लन सिंह, सर्वेश पांडेय आदि रहे।