स्कूलों से दूर बच्चों को घर में ही दें सद्व्यवहार व संस्कार का ज्ञान, धार्मिक किताबों के लिए करें प्रेरित - लक्ष्मीमणि शास्त्री
खानपुर। क्षेत्र के फरिदहां में शनिवार को हिंगलाज सेना की अध्यक्ष व कथावाचक लक्ष्मीमणि शास्त्री स्कूल जाने वाले बच्चों से मुखातिब हुईं। कहा कि बच्चों के जीवन का पहला विद्यालय उनका घर होता है। कहा कि कोरोना के चलते छोटे-छोटे बच्चे लंबे अरसे से घरों में बंद रह रहे हैं। ऐसे में माता पिता सहित परिवार के बुजुर्गों का कर्तव्य बनता है कि वो उन्हें नैतिक शिक्षा का ज्ञान और पारिवारिक संस्कार का पाठ पढ़ाएं। कहा कि बाल्यावस्था में अपने परिवार से सीखा गया सद्व्यवहार ही मनुष्य को आगे चलकर समाज में बेहतर स्थान दिलाता है। ऐसे में पढ़ाई और विद्यालय से दूर बच्चों को खेल-खेल में नैतिक संस्कार और संस्कृति के प्रति अग्रसर करें और उन्हें आध्यात्मिक, साहित्यिक महापुरुषों के जीवनी जैसी किताबों को उपलब्ध कराकर पढ़ने को प्रेरित करें।
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