बाहर से आने वाले प्रवासियों को गांवों में घूमता देख चिंतित हुए ग्रामीण, क्वारंटाइन नहीं करा रहीं अधिकांश निगरानी समितियां





बहरियाबाद। बीते कुछ दिनों में स्थानीय कस्बा सहित क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को आ चुके हैं। कुछ तो स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत अपने घरों में या गांव के बाहर किसी खाली घरों में रहकर खुद को एकांतवास में रखे हैं। पर कुछ ऐसे भी है जो बगैर स्वास्थ्य परीक्षण कराये छुपे पड़े हैं या फिर स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद गांवों में घूम रहे हैं, जिससे ग्रामीण दहशत में है। बहरियाबाद कस्बे में करीब चार दर्जन से अधिक प्रवासी लौटे है। यही हाल क्षेत्र के भाला बुजुर्ग, नौरंगाबाद, कबीरपुर, रायपुर, इब्राहिमपुर, मलिकनगॉव, मिर्जापुर आदि गांवों का है। प्रशासन द्वारा निगरानी समिति का गठन कर महानगरों से लौटे प्रवासियों को गांव के विद्यालयों में क्वारंटीन करने का आदेश है। जिस समिति के अध्यक्ष ग्राम प्रधान हैं। लेकिन क्षेत्र में चंद गांवों को छोड़ अन्य किसी भी गांव में विद्यालयों पर प्रवासी नहीं है। स्थानीय प्रधान नेसार अंसारी का कहना है कि ऐसा कोई आदेश प्राप्त नहीं है। विद्यालय पर क्वारंटीन में रहने वालों के लिए नाश्ता, खाना, चादर, बिस्तर आदि की क्या और कैसे व्यवस्था करनी है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल गांव लौटे प्रवासियों की सूची तैयार है। जो अपने घरों में है, जिनकी निगरानी की जा रही है।



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