चोरी गए बकरे ने कटने के बाद किया ऐसा करनामा कि........





खानपुर। क्षेत्र के रामपुर स्थित सिद्ध दुर्गा मंदिर से बीते दिनों चोरी गए बकरे ने ऐसा वाकया कि हर कोई दांतो तले उंगली दबाने को विवश हो गया। बीते दिनों इचवल निवासी जयप्रकाश सिंह ने सिद्ध दुर्गा मंदिर के नाम पर मान्यता के अनुसार पुजारी मुक्खू बाबा को एक बकरा दान किया था। कुछ दिनों बाद वो बकरा चोरी हो गया। इसके बाद 10 अक्टूबर को सैदपुर निवासी एक कसाई नसीम ने बभनौली की एक गरीब बुढ़िया से एक कनकटा बकरा खरीदा और उसे काटकर बेच दिया। इसके पूर्व उसने बुढ़िया से कहा भी था कि ये कनकटा बकरा देवी को चढ़ाया हुआ तो नहीं है। इस पर बुढ़िया ने बहाना बनाया था कि कुत्ते ने बकरे के कान काट लिए थे। इसके बाद नसीम ने बताया कि उसी रात से उसे भयानक व डरावने सपने आने लगे। इसके बाद कसाई ने इसकी चर्चा नगर के ही एक युवक अश्वनी कुमार से किया और बकरे की खरीद स्थल के बारे में भी बताया। इस बीच दानकर्ता जयप्रकाश ने बकरे की चोरी की तहरीर सिधौना चौकी में दे दी थी। कसाई नसीम संग होने वाली घटना की जानकारी होने पर चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह ने मंदिर के पुजारी मुक्खू बाबा को बुलवाया और नसीम को पश्चाताप कराते हुए दूसरा बकरा मंदिर को दान कराया। पुजारी ने बताया कि मंदिर में पूजित बकरे परिसर में ही केवल जौ खाकर रहते है। उसे कोई नहीं ले जाता। वहीं इस्लाम धर्म के नसीम ने स्वीकार किया कि बकरा दान करने के बाद उसे डरावने सपने आने बंद हो गए हैं।



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