किसी आडंबर की बजाय मन के अंदर ढूंढने से मिलता है परमात्मा - फलाहारी महाराज
देवकली। क्षेत्र के देवचंदपुर स्थित हनुमान मंदिर पर चल रहे कार्यक्रम में रविवार को जयप्रकाश दास फलाहारी महाराज ने प्रवचन दिया। कहा कि जो भी जीवमात्र चाहे वो इंसान हो या कोई अन्य जीव, अगर अपने जीवन में परमात्मा से अनुराग कर लेता है तो उसका उद्धार निश्चित है। कहा कि हर किसी के जीवन में ईश प्राप्ति आवश्यक है। क्योंकि जो देता है वही देवता है। कहा कि परमात्मा को प्राप्त करने के लिए बाहरी आचार, विचार, व्रत, तप, तीर्थ या किसी विशेष वेशभूषा की आवश्यकता नहीं होती है। बस परमात्मा को सच्चे मन से मनन करना ही उन्हें पाने का एकमात्र रास्ता है। कहा कि जीवमात्र इस धरती पर क्यों आया है और मानव तन पाने का वास्तविक उद्देश्य क्या है, इस बात को वो धरती की माया में फंसकर भूल जाता है। कहा कि मनुष्य को माया से दूर रहना चाहिए। परमात्मा बाहर नहीं हमारे शरीर में ही है। उस परमात्मा से मानव का साक्षात्कार सद्गुरू ही करा सकता है। इस दौरान मौजूद श्रद्धालु भक्ति से भावविभोर होकर झूमते रहे।