आधुनिकता के चक्कर में बदरंग होती जा रही होली, अपनी पवित्रता खोकर होली को बदनाम कर रहे लोग - पूर्व सांसद
देवकली। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा की बैठक देवकली में हुई। जिसमें होली का पर्व सही ढंग से मनाने के लिए चर्चा करते हुए इसमें आई आधुनिक विकृतियों पर प्रकाश डाला। पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा ने कहा कि होली का पर्व प्रतिवर्ष भाईचारे का संदेश लेकर आता है। कहा कि पूरे विश्व में ये रंगों का ये पर्व किसी न किसी रुप में जरूर मनाया जाता है। कहा कि ये आपसी कटुता, भेदभाव, ऊंच-नीच आदि बुराइयों को त्यागकर मिलजुल कर रहने का पैगाम लेकर आता है। राजेश कुशवाहा ने कहा कि होली मनाने की परम्परा में लगातार गिरावट आने से एक बड़ा वर्ग इससे दूर होता जा रहा है। कहा कि ये पवित्र पर्व कई क्षेत्रों में अभद्रता का रुप पकड़ता जा रहा है। इसके लिए मुख्य रुप से वो बड़ा वर्ग ही दोषी है। पूर्व सांसद ने कहा कि इस पर्व पर आजकल अबीर-गुलाल और रंग की बजाय लोगों में कालिख, कोलतार, नाली के कीचड़ आदि का प्रयोग करने की नई और गंदी परम्परा बन गयी है। इससे होली का पर्व कलंकित हो रहा है। कहा कि आधुनिकता के चक्कर में होली को बदरंग किया जा रहा है। जिसमें होली की पवित्रता छीनकर उसे लोगों द्वारा ही बदनाम किया जा रहा है। इस मौके पर रामनरेश कुशवाहा, नरेन्द्र मौर्य, प्रमोद मौर्य, डॉ शिवकुमार, डॉ संतोष कुशवाहा, बबलू, सुरेन्द्र, अजय, रामलाल कुशवाहा, डॉ संजय कुशवाहा, रामनरेश मौर्य, हंसराज, वीरेन्द्र मौर्य आदि रहे। अध्यक्षता पूर्व प्रधान भुवनेश्वर व संचालन अखिलेश कुशवाहा ने किया।