सड़कों पर नहीं बल्कि कागजों पर तूफान की तरह दौड़ते हैं मवेशी पकड़ने वाले वाहन, सड़कों पर गोवंशों से हो रही दुर्घटनाएं
जखनियां। गोवंशों को लेकर समुचित इंतजाम न किए जाने के चलते ये जावनर सड़कों पर लगातार दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। इन बेजुबान जानवरों के चलते सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को काफी समस्या होती है। कई बार वाहनों की टक्कर हो जाती है। देर शाम होते ही दर्जनों की संख्या में ये जानवर सड़कों पर आ जाते हैं। जरा सी लापरवाही के बाद ये चालक अंधेरे में इन जानवरों से टकराकर आए दिन घायल हो रहे हैं। शासन के निर्देश के बाद भी सड़क पर घूमने वाले इन गोवंशों की संख्या कम नहीं हो रही है। जबकि इसके लिए शासन द्वारा ब्लॉक मुख्यालयों पर इन्हें पकड़ने के लिए वाहनों का भी इंतजाम किया गया है। ताकि इनसे पकड़कर गोशाला में भेजा जाए। लेकिन ये वाहन सिर्फ सरकार का बजट बढ़ाने के काम आ रहे हैं। इन वाहनों को सड़कों पर नहीं चलाया जाता। जबकि कागजों पर ये वाहन बखूबी चलते हैं, ताकि तेल का फंड उतारकर भ्रष्टाचार किया जा सके। इनकी लापरवाही का खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। तहसील मुख्यालय के सामने ही शाम होते ही दर्जनों की संख्या में ये गोवंश अपना डेरा जमा लेते हैं। उनके लिए संबंधित अधिकारी भी बेजुबान बन गए हैं।