52वें शहादत दिवस पर याद किए गए सेना के दूसरे सर्वोच्च सम्मान महावीर चक्र से सम्मानित शहीद रामउग्रह पांडेय





जखनियां। सेना के सर्वोच्च द्वितीय सम्मान महावीर चक्र से सम्मानित क्षेत्र के ऐमा बंशी गांव निवासी शहीद रामउग्रह पांडेय का 52वां बलिदान दिवस स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में मनाया गया। जहां उनकी प्रतिमा पर भाजपा के व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रमोद वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में लोगों ने दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण करके नमन किया। इसके अलावा कस्बा स्थित सैनिक सेवा संस्थान के अध्यक्ष संतोष मौर्य के नेतृत्व में सेवानिवृत्त जवानों ने उनके पैतृक गांव ऐमाबंशी स्थित पार्क में उनकी प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। स्टेशन परिसर में लोगों को संबोधित करते हुए प्रमोद वर्मा ने कहा कि शहीद राम उग्रह पांडेय ने भारत-पाक 1971 के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए कई बंकरों को ध्वस्त किया था। पाकिस्तानी सेना को रौंदते हुए देश के मान, सम्मान, स्वाभिमान को ऊंचा करने के लिए खुद कंधे पर लांचर लेकर उसे लगातार दागते हुए दुश्मन के सारे बंकरों को ध्वस्त किया और खुद शहीद हो गए। कहा कि ऐसे वीर सपूत को जन्म देने वाले माता-पिता को भी मैं नमन करता हूं। मुराहू राजभर ने कहा कि रामउग्रह पांडेय ने अपना ही नहीं बल्कि परिवार और जिले का नाम रोशन किया था। युवाओं से अपील किया कि आप भी देश के लिए इनके साहस पराक्रम से सीख लें। शहीद राम उग्रह पांडेय को मरणोपरांत महावीर चक्र प्रदान किया गया। 26 जनवरी 1972 को तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरी ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में शहीद की पत्नी श्यामा देवी को यह सम्मान प्रदान किया था। हम सभी को अपनी सेना का सम्मान करना चाहिए। इस मौके पर विपिन सिंह, उमाशंकर यादव, अशोक गुप्ता, दिनेश यादव, सतीश सिंह, कोतवाल तारावती यादव, प्रधान प्रतिनिधि झुन्ना सिंह, विजय गुप्ता, अजय सिंह विक्रम, राजेश जायसवाल, पूर्व सैनिक धीरेंद्र सिंह, प्रशांत सिंह, धर्मवीर भारद्वाज, पीयूष सिंह, वीरेंद्र पांडेय, सैनिक सेवा संस्थान के अध्यक्ष संतोष मौर्य आदि रहे।



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