52वें शहादत दिवस पर प्रशासनिक रूप से बिसरा दिए गए महावीर चक्र विजेता





जखनियां। सेना के दूसरे सर्वोच्च सम्मान महावीर चक्र से सम्मानित रामउग्रह पांडेय के पैतृक गांव ऐमाबंशी में शासन द्वारा पार्क बनाकर वहां उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है। उनकी याद में हर साल पार्क की सफाई करते हुए विभिन्न कार्यक्रम आदि किए जाते थे और मेले का आयोजन होता था। लेकिन प्रशासन व शासन की उपेक्षा के चलते इस वर्ष उनके शहादत दिवस पर न तो कोई कार्यक्रम आयोजित हुआ और न ही मेला लग सका। यहां तक कि किसी प्रशासनिक अधिकारी ने उनकी प्रतिमा पर एक माला तक चढ़ाना उचित नहीं समझा। सफाई के नाम पर सफाईकर्मियों द्वारा खानापूर्ति कर दी गई। पार्क में ग्राम प्रधान चंदन सिंह के साथ सैनिक सेवा संस्थान के दर्जनों लोगों ने पुष्प चक्र चढ़ाया व उनके पौत्र राम पलट दूबे को अंगवस्त्रम् देकर सम्मानित किया। इस बाबत उप जिलाधिकारी कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि पार्क में सफाई करवाई गई है। माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्ज्वलित कराया जाएगा।



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