देश देख रहा योगी के यूपी का मॉडल स्कूल तो यहां के प्राथमिक स्कूल में बच्चों में बांटा गया सड़ा हुआ फल, बना आटे का हलवा, मचा हड़कंप
खानपुर। एक तरफ योगी सरकार यूपी के परिषदीय स्कूलों को पूरे देश में आदर्श बनाकर प्रस्तुत कर रही है तो दूसरी तरफ एक ऐसा प्राथमिक स्कूल सामने आया है, जहां के बच्चों को सड़ा हुआ फल वितरित करने के साथ ही मानक के अनुरूप खाद्य सामग्री भी नहीं दी जा रही है। जिसके बाद अभिभावकों ने हड़कंप भी किया। थानाक्षेत्र के अमेंदा स्थित ठाटा प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को बच्चों को सड़ा हुआ केला और मानक के विपरीत भोजन देने पर बवाल मच गया। मानक के अनुसार बुधवार को बच्चों को तहरी और गर्म दूध वितरित करना था। प्रधानाध्यापक रामचंद्र यादव ने बच्चों को 4 दिन बासी व सड़ा हुआ केला बंटवाया। इसके अलावा उनके आटे का हलवा वितरित कराया गया। बच्चों ने जब सड़ा केला खाने से इंकार किया तब स्कूल परिसर में बवाल मच गया। मौके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के अलावा दर्जनभर अभिभावक भी जुट गए। सभी लोगों ने पिलपिला और चकतेदार केला बच्चों को खिलाने का विरोध करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को मौके पर बुलाया। जिसके बाद बीईओ आलोक कुमार पहुंचे। उन्होंने बताया कि गांव के शिक्षा समिति एवं अभिभावकों की शिकायत पर स्कूल पर जाकर जांच की गई। जांच में प्रथम दृष्टया प्रधानाध्यापक दोषी पाये गये और ग्रामीणों के सभी शिकायत सही पाए गए। बुधवार को मानक के अनुसार मिड डे मील नहीं बनाया गया था। बच्चों को दूध और तहरी के बजाय पुराने सड़े गले केले और आटे का हलवा खिलाया जा रहा था। प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्यवाही के लिये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से दे दिया गया है। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि एक तरफ सरकार तमाम दावे कर रही है तो दूसरी तरफ ऐसा करके मासूम बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।