चकेरी धाम पर धूमधाम से मनाया गया गुरू पूर्णिमा का पर्व
देवकली। गंगा के तटवर्ती क्षेत्र चकेरी धाम पर गुरू पूर्णिमा पर्व धाम के महन्थ संत त्रिवेणी दास महाराज द्वारा धूमधाम से मनाया गया। भक्तों को संबोधित करते हुए महाराज ने कहा कि गुरु परमात्मा का रुप होता है, जो जीव व परमात्मा के बीच सेतु का काम करता है। माया में भटके जीव को आवागमन से छुटकारा दिलाने के लिए कार्य करता है। कहा कि मानव जीवन क्षणभंगुर है। आज मिला है, कल मिलेगा या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है। संत इस धराधाम पर अपनी इच्छा से नहीं आते हैं। वो परमात्मा के भेजे हुए दूत हैं, जो चुनी हुई आत्माओं को इकट्ठा करके उपदेश देते हैं। जयप्रकाश दास फलहारी ने कहा कि जीव इस धराधाम पर क्यों आया है, क्या कर रहा है, इस धराधाम पर आने का क्या उदेश्य है, यही शिक्षा गुरू देता है। बताया कि आगामी 17 से 23 जुलाई तक स्व. श्रीश्री 1008 महामण्लेश्वर रामदास जी महाराज के पंचम निर्वाण दिवस पर अयोध्या के रामघाट स्थित रामजानकी मंदिर पर सात दिवसीय श्री सीताराम महायज्ञ आयोजित है। वहीं तुलसीपुर स्थित दिव्यलोक आश्रम में बाबा शिवपूजन महाराज के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा समारोह धूमधाम से मनाया गया। समारोह मे दूर दराज से आए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा हुआ था। आश्रम के सचिव राजेश चौबे ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भंडारे एवं प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। इस मौके पर आश्रम के अध्यक्ष विजयबहादुर सिंह, बबलू सिंह, रमाशंकर सिंह, सरदार यादव, सुनील पांडेय, अजीत पांडेय, प्रयाग कुशवाहा, पूर्व ब्लाक प्रमुख रमाशंकर सिंह, जिपं सदस्य पंकज सिंह, दयाशंकर पाण्डेय, आशुतोष पाण्डेय आदि रहे।