तो क्या सैदपुर के यूबीआई से करोड़ों की चोरी में भी है बांग्लादेशी कनेक्शन?
सैदपुर। नगर के यूनियन बैंक की शाखा में लॉकरों को काटकर करोड़ों की चोरी के मामले में 3 दिनों बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस अब भी इधर-उधर ही तलाश में जुटी है। हर मुहल्लों में नए लोगों की पड़ताल की जा रही है तो नंदगंज से लगायत वाराणसी के कैथी स्थित टोल प्लाजा तक के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की पड़ताल पुलिस कर रही है। इसके अलावा घटना की रात बैंक परिसर में लगे हुए कैमरे के सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस बेहद बारीकी से जांच रही है, ताकि किसी भी तरह का सुराग हासिल हो जाए। लेकिन अब तक कुछ हाथ नहीं लगा है। हालांकि पुलिस ने कई संदिग्धों को उठाया है और उनसे पूछताछ कर रही है। गुरूवार को भी एसओजी प्रभारी कोतवाली में घंटो तक जांच करते रहे। इस मामले में अपराधियों के अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन होने की भी बात सामने आ रही है। क्योंकि बीते दिनों चंदौली के 40 लॉकरों को काटकर हुई चोरी के मामले में भी पुलिस अब तक सभी चोरों को नहीं पकड़ पाई। हालांकि बहुत ही कम सामान की बरामदगी दिखाई गई थी। चंदौली में हुई चोरी में क्राइम ब्रांच की जांच में ये भी सामने आया था कि घटना में शामिल चोर बेहद शातिर हैं और चोरी करने के बाद बांग्लादेश भाग गए। ऐसे में सैदपुर में भी हुई चोरी में ये आशंका जताई जा रही है कि कहीं इसमें शामिल चोरों का भी तो बांग्लादेशी कनेक्शन नहीं था? बता दें कि सैदपुर के आसपास में कई ऐसी बस्तियां बन चुकी हैं, जिनके बारे में भी स्थानीय लोगों को कुछ पता नहीं है कि वो कहां से आए हैं।