5 दिवसीय आध्यात्मिक संगीतमय प्रवचन का हुआ शुभारंभ, भाव-विभोर हुए श्रोता
देवकली। क्षेत्र के देवकली स्थित ग्राम प्रधान सपना तिवारी के आवास पर 5 दिवसीय आध्यात्मिक संगीतमय प्रवचन का आयोजन किया गया। इस दौरान पहले दिन आशुतोष महाराज के कृपा पात्र शिष्य स्वामी अमरेश्वरानन्द महाराज ने कहा कि गुरु परमात्मा का रुप होता है और ये जो जीव व परमात्मा के बीच सेतु का काम करता है। माया में भटके जीव को आवागमन से छुटकारा दिलाने का कार्य गुरू करता है। कहा कि मानव जीवन क्षणभंगुर है। कहा कि जीवन आज मिला है और कल रहेगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। कहा कि संत इस धरती पर अपनी इच्छा से नहीं आते हैं, बल्कि वो परमात्मा के भेजे हुए दूत हैं। ये चुनी हुई आत्माओं को इकट्ठा करके उपदेश देता है। वो जन्म मरण के बंधन से मुक्त होता है। स्वामी रामचरनानन्द महाराज ने कहा कि जीव इस धराधाम पर क्यों आया है, क्या कर रहा है, इस धराधाम पर आने का क्या उदेश्य है, वो अपने उदेश्य को भूल बैठा है। यही उसे सभी दुःखों का मूल कारण है। इस दौरान अजय सिंह, दिलीप, प्रतीक मिश्रा, सुशील ने भजन के माध्यम से उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया। इस मौके पर अनिल तिवारी, सोनू तिवारी, प्रमोद मौर्य, प्रभुनाथ पाण्डेय, दयाराम गुप्ता, नरेन्द्र कुमार मौर्य, त्रिलोकी नाथ गुप्ता, केपी गुप्ता, सुरेन्द्रनाथ पाण्डेय, ब्रह्मदेव, रामयश पाण्डेय, अमरनाथ मौर्य, संजय श्रीवास्तव आदि रहे। संचालन अरविन्दलाल श्रीवास्तव ने किया।