ज्वांइट मजिस्ट्रेट ने ‘बीमार’ महिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, बीमारी को बढ़ाने वाले नदारद कर्मियों के साथ किया ऐसा
सैदपुर। नगर के सरकारी केंद्रों पर औचक निरीक्षण के अपने क्रम को बरकरार रखते हुए बुधवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पवन कुमार मीणा ने एक बार फिर कार्रवाई की। इस दौरान वो नगर के बाजार में स्थित महिला अस्पताल पहुंचे और पूरे भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां पर उपस्थिति पंजिका देखी तो पता चला कि कई कर्मचारी बिना बताए अनुपस्थित हैं। पंजिका में डॉ. संगीता पांडेय समेत स्वीपर संतोष कुमार रावत, वार्ड आया मिथिला देवी व संविदा एएनएम मेनका यादव नदारद मिले। उपस्थिति पंजिका में उन्होंने हस्ताक्षर तक नहीं किया था और कोई एप्लीकेशन तक नहीं दिया था। जिसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने सभी के नाम के आगे अनुपस्थित लिख दिया। मौके पर मौजूद मिली स्टाफ नर्स सुशीला देवी गायब लोगों के बारे में कोई खास जानकारी नहीं दे सकीं। कर्मचारियों के बाबत कहा कि वो फील्ड ड्यूटी पर गई हैं और जब एसडीएम ने भेजने का रिकार्ड मांगा तो वो नहीं दे सकीं। बताया कि सफाईकर्मी संतोष सीएचसी से संबंध हो गया है, जिस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि वो वहां भी सफाई नहीं करता। इधर कुछ ही देर बार एएनएम मेनका यादव पहुंच गईं और कहा कि वो वैक्सीनेशन में गई थी, जिसके बाद उनका हस्ताक्षर बनाया गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने प्रसव कक्ष देखा, पूरा कक्ष जर्जर हो चुका था। वार्ड देखा तो उसकी स्थिति बद से बदतर थी। परित्यक्त पड़े हाल को देखा, जहां छत टूटी थी और बाकी का छत कभी भी गिर सकता था। चिकित्सकों के जर्जर होकर टूट चुके आवास को कूड़ाघर बना दिया गया था, जिसकी उन्होंने फोटो ली। पानी टंकी टूटकर कभी भी गिरने के कगार पर थी। नर्स ने बताया कि यहां की हालत के बाबत विभाग को कई बार पत्र दिया गया लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट चले गए।