मरदह : तो क्या घपलेबाजी में जेल जाएंगे प्रधान जी??? प्राथमिक जांच में मिली भारी खामियां





मरदह। ब्लाक के डांडीकला गांव में बन रहे स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना के तहत चल रहे शौचालय निर्माण में अनियमितता एवं धन दुरूपयोग की शिकायत पर सोमवार की शाम चार बजे एडीपीआरओ बृजेश कुमार मौर्य के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम जांच पड़ताल करने पहुँची। टीम के गाँव पहुँचते ही हड़कम्प मच गया। जानकारी के अनुसार डांडीकला गांव में शासन द्वारा 240 शौचालय निर्माण के लिए धन अवमुक्त किया गया है। जिसमें से 180 शौचालयों का निर्माण कागज में तो करके धन अवमुक्त करा लिया गया है। ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से धन उगाही, घोर अनियमितता, घटिया निर्माण आदि शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर गांव के ही संतराज यादव ने की थी। जिसको लेकर सोमवार को पांच सदस्यीय टीम ने मौके पर पहुंचकर भौतिक सत्यापन किया। शौचालय की दयनीय स्थिति व अधूरा देख टीम दंग रह गई। जिसमें सीधा देखने को मिला कि शौचालय बना है परन्तु छत नहीं लगा। कहीं दरवाजा नहीं है, कहीं टूटा फूटा है। इस सम्बंध में एडीपीआरओ बृजेश कुमार मौर्य ने बताया कि प्रथम दृष्टि में ग्राम प्रधान व सचिव दोषी नजर आ रहे हैं। यह भौतिक सत्यापन किया गया है। जरूरत पड़ी तो टेक्निकल जांच भी होगी। यह जांच रिपोर्ट डीपीआरओ लालजी दूबे को रिपोर्ट की जाएगी। टीम के साथ ही इस मौके पर जिला सलाहकार क्षमा सिंह, खंड प्रेरक दीपक कुमार सिंह, विवेक, पुष्कर, संतराज यादव, रामकृत सिंह, रणवीर, बैजनाथ, वीरेंद्र, रजनीश, घनश्याम, मोहन गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।



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