20 लाख करोड़ के पैकेज के बाद लघु, कुटीर व हस्तशिल्प से जुड़े लोगों के दिन बहुरने की बंधी उम्मीद





खानपुर। क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में लघु उद्योग, कुटीर उद्योग और हस्तशिल्प से जुड़े लोगों ने अपने दिन बहुरने की उम्मीद जताई है। कोरोना संक्रमण काल में दो महीने से अधिक समय तक चले लॉकडाउन से औद्योगिक इकाइयों और कल कारखानों के बंद होने और विदेशी सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगने से प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था और लोगों को आर्थिक सुदृढ़ बनाने के लिए आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया। अब गांवों में कुल्हड़ सुराही, दिया, दोना पत्तल, लकड़ी के सामान, मिट्टी की उपयोगी वस्तुएं, हस्तकला के सामान, हस्तशिल्प के निजी दैनिक उपयोगी वस्तु और अन्य सामानों की मांग बढ़ने से ग्रामीण उद्योग रोजगार और आर्थिक निर्भरता बढ़ेगी। कागज़ के पैकेट मिठाई के डब्बे, बांस के बने सूप, डलिया बर्तन और देशी खिलौनों की व्यवसायिक उपयोगिता बढ़ जाएगी। सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाजनक आर्थिक सहयोग से लाभान्वित होकर भारी संख्या में युवाओं का रुझान ग्रामीण क्षेत्रों की ओर स्वावलंबन की ओर आकर्षित होंगे।



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