जमानियां : मनबढ़ों की खतरनाक पिटाई से ट्रॉमा सेंटर में भर्ती मासूम के लिए नहीं दर्ज कर रही थी मुकदमा, न्यायालय के हस्तक्षेप पर मुकदमा दर्ज
जमानियां। क्षेत्र के टिसौरा गांव में बीते दिनों मनबढ़ों द्वारा मासूम बच्चे के मारपीट कर लहूलुहान करने जैसे मामले में जमानियां पुलिस की संवेदनहीनता देखने को मिली। गंभीर हालत होने पर वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती होने के बावजूद बच्चे के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस ने जब मुकदमा दर्ज नहीं किया तो आखिरकार परिजनों ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर आखिरकार पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया। बता दें कि बीते 1 अक्टूबर को गांव निवासी 10 साल के मासूम अनूप यादव पुत्र जितेंद्र यादव व सीतांशु राजभर पुत्र रमेश राजभर के बीच आपस में खेलने को लेकर कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद सीतांशु के पिता रमेश ने अपने बदमाश साथियों के साथ मिलकर 10 साल के अनूप को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया था। घटना में अनूप इस कदर घायल हुआ कि उसे पीएचसी से जिला अस्पताल व वहां भी हालत में सुधार न होने पर उसे वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। इधर घटना के बाद इस मामले में आरोपी रमेश व उसके साथियों के खिलाफ तहरीर लेकर अनूप के परिजन थाने का चक्कर लगाने लगे लेकिन पुलिस ने बेहद संवेदनहीनता का परिचय देते हुए मुकदमा तक दर्ज नहीं किया। जबकि बच्चे की हालत बेहद गंभीर थी। इधर थाने में मुकदमा न दर्ज किए जाने पर परिजनों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और न्यायालय के आदेश के बाद अब जाकर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के इस रवैये के खिलाफ परिजनों में भी आक्रोश है कि 10 साल के बच्चे ही ऐसी हालत है और पुलिस इसके आरोपियों का साथ देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर, न्यायालय के हस्तक्षेप के पूर्व मुकदमा तक नहीं दर्ज कर रही थी।