सैदपुर : न्यू लीलावती अस्पताल ने वेंटिलेटर पर रखकर फिर से बचाई एक जान, मृतप्रायः हाल में आए लोगों की भी बच रही जान
सैदपुर। चिकित्सा के क्षेत्र में मरीजों की जान बचाने व उनका त्वरित इलाज करने के मामले में ठोस कदम उठाते हुए सादी भादी मोड़ स्थित न्यू लीलावती अस्पताल ने फिर से एक जान बचाई है। अस्पताल में लगे जीवन रक्षण उपकरण वेंटिलेटर के चलते अस्पताल में मृतप्रायः हाल में भर्ती हुई वृद्धा की जान बचा ली गई है। जिससे पूरे क्षेत्र के इस इकलौते वेंटिलेटर युक्त अस्पताल की सराहना हो रही है। प्रबंधक नितेश यादव व चिकित्सक डॉ. राजीव यादव ने बताया कि इस मशीन को लगाने के बाद से अब तक दर्जनों ऐसे मरीजों की जान बचाई जा चुकी है, जिनका जीवन बचना काफी हद तक मुश्किल था। बताया कि बीते दिनों खानपुर क्षेत्र के मृतप्रायः युवती सहित मठसौना निवासिनी वृद्धा सुशीला देवी आदि को बचाया जा चुका है। बताया कि चंदौली के मारूफपुर स्थित उतड़ी समुझपुर निवासिनी 75 वर्षीय सहदेई यादव पत्नी स्व. श्रीराम यादव को सांस लेने में काफी समय से समस्या हो रही थी। उन्हे कई जगह दिखाया गया लेकिन राहत नहीं मिली। इस बीच 3 दिनों पूर्व वो पूरी तरह से अचेत होने लगीं। जिसके बाद परिजनों को न्यू लीलवती अस्पताल में वेंटिलेटर होने का पता चला तो वो आनन फानन में उन्हें लेकर अस्पताल आए, जहां 3 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखकर उनका उपचार किया गया और जान बचा ली गई। जान बचने के बाद वृद्धा भी हाथ जोड़कर चिकित्सक का आभार जताते हुए कहती दिखीं कि अब वो ठीक हैं। डॉ. राजीव यादव ने बताया कि वेंटिलेटर का काम किसी को भी स्वतः तरीके से कृत्रिम सांस देना होता है। किसी भी गंभीर मरीज के जीवन की रक्षा का ये एकमात्र रास्ता होता है। सैदपुर क्षेत्र में वेंटिलेटर की सुविधा मिल जाने के बाद अब गंभीर परिस्थितियों में लोगों का जीवन बचाया जा सकेगा। वहीं क्षेत्रीय लोगों में भी इस बात की खुशी है कि अब गंभीर हाल में मरीजों को लेकर वाराणसी के महंगे अस्पतालों के चक्कर लगाने से लोगों को निजात मिलेगी। कम खर्च में ही सैदपुर में ही उन्हें वेंटिलेटर की सुविधा मिलेगी।