देवकली : सावन के दूसरे सोमवार को अतिप्राचीन चौमुखनाथ धाम में भोर से ही उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़





देवकली। क्षेत्र के धुआर्जुन स्थित ऐतिहासिक बाबा चौमुखनाथ धाम में सावन के दूसरे सोमवार को भोर से ही भारी भीड़ लगी। इस दौरान मंदिर स्थित अति प्राचीन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं व कांवरियों का मेला लगा रहा। महिलाएं व बच्चे भी काफी संख्या में रहे। इस दौरान सभी भक्त भांग, धतूरा, बेलपत्र, पुष्प, गंगाजल आदि अर्पित करके पूजन अर्चन कर रहे थे। पूरा परिसर हर हर महादेव व ओम नमः शिवाय के नारों से गूंज रहा था। मान्यता है कि इस मंदिर के शिवलिंग पर सावन में जो भी व्यक्ति जल चढ़ाकर पूजन अर्चन करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। यहां के शिवलिंग में चारों तरफ से चार मुख हैं और प्रवेश के लिए 4 द्वार बनाए गए हैं, इसीलिए इनका नाम चौमुखनाथ है। ये भी मान्यता है कि इस शिवलिंग की ऊंचाई प्रतिवर्ष बढ़ती है। ये दुर्लभ शिवलिंग जमीन की खुदाई के दौरान ग्रामीणों को मिला। जिसके बाद जनसहयोग से यहां पर मंदिर का निर्माण कराया गया है। बाबा चौमुखनाथ धाम समिति के अध्यक्ष बेचन राय व पुजारी वीरेन्द्र गिरि, पंकज राय, सुधीर पाण्डेय आदि ने बताया कि सावन में यहां जल चढ़ाने के लिए कांवरियों की भीड़ उमड़ रही है। सुरक्षा के लिए भितरी चौकी व कोतवाली की पुलिस भी तैनात है। इसी क्रम में देवकली, पियरी,पहाड़पुर, रामपुर मांझा, जेवल, देवचंदपुर, बासूचक, बासूपुर, भितरी, मौधियां, मुड़ियार, दुबैथा, चकेरी, महीचा, शिवदासीचक, महमूदपुर, होलीपुर आदि गांवों के शिवमंदिरों में भी भीड़ रही।



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