यूबीआई की इस शाखा के कर्मियों के खिलाफ मनमानी की शिकायत, ग्राहकों संग अभद्रता से लेकर तमाम दुर्व्यवस्थाएं आईं सामने





गाजीपुर। यूनियन बैंक के फतेहपुर सिकंदर शाखा के कर्मचारियों पर स्थानीय ग्राहकों ने अभद्रता का आरोप लगाते हुए विभाग को एक्स पर शिकायत की है। आरोप लगाया है कि बैंक के कर्मचारी खातों में केवाईसी अपडेट, चेक बुक सम्बंधित काम, नया पास बुक और एफडी बनाने सम्बंधित काम के लिए हम ग्राहकों को काफी दौड़ाते हैं। कर्मियों के खिलाफ पत्रकार राजीव सिंह ने अपने साथ अभद्रता किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बैंककर्मी किसी को कुछ नहीं समझते और मनमानी करते हैं। विरोध करने पर अभद्रता करते हैं। कहा कि बैंक के कर्मचारी खातों में केवाईसी अपडेट, चेक बुक सम्बंधित काम, नया पास बुक बनाने आदि के लिए बार-बार बैंक बुलाते हैं और तय समय पर काम नहीं करते। इतना ही नहीं, ग्राहकों द्वारा जमा किये गए केवाईसी फार्म को भी येन-केन कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है। इसके बाद दोबारा फार्म व आईडी जमा करने के लिए ग्राहकों से कहते हैं। बताया कि इस शाखा में ग्राहकों के लिए सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। राष्ट्रीयकृत बैंक की इस शाखा में लॉकर सुविधा उपलब्ध बताई जाती है लेकिन लॉकर की सुविधा ले रहे ग्राहक डेढ़ साल से लॉकर अपडेट नहीं कर पा रहे हैं। श्री सिंह ने बताया कि उनका भी लॉकर डेढ़ साल से अपडेट नहीं हुआ है। उनका लॉकर फतेहपुर सिकंदर शाखा का है, जबकि डेढ़ साल से अधिक समय से इसे अफीम फैक्ट्री के पास स्थित यूबीआई शाखा में रखा गया है। बताया कि शाखा से आसपास के दर्जनों गांव के लोग जुड़े हुए हैं। बैंक में रोजाना सैकड़ों ग्राहक लेन-देन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन बैंक में सुविधाएं नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी होती है। शाखा में ग्राहकों के खड़े होने के लिए भी महज 150 स्क्वायर फीट की जगह है। इस छोटी सी जगह में रोजाना आसपास गांव के काफी लोग पहुंचते हैं। इस दौरान लोगों को बैंक में भुगतान, जमा व बैंक की अन्य सुविधाओं का लाभ लेने के लिए परेशानी होती है। बैंक में पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण उमस भरी भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान होते है। बैंक के स्ट्रांग रूम के करीब पेयजल की व्यवस्था किए जाने के कारण सुरक्षा कारणों से आम ग्राहकों को उसका लाभ नहीं मिल पाता है, जबकि भेदभाव करते हुए वीआईपी ग्राहकों के लिए काफी सुविधाएं दी जाती हैं। वहीं बैंक के नियमों की जानकारी नहीं होने पर ग्राहक बैंककर्मियों से जब कुछ पूछने लगते हैं तो बैंककर्मियों द्वारा ग्राहकों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। बैंक में आए वृद्धों को बैंक में इज्जत से बिठाना तो दूर, पेयजल भी उपलब्ध नहीं कराया जाता। जबकि सरकार द्वारा वृद्धों, विधवा महिलाएं और दिव्यांग लोगों को सम्मानजनक जीवन यापन के लिए मासिक पेंशन तक दी जाती है।



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