डीएम व भाजपा नेता ने प्रशिक्षुओं में किया स्मार्टफोन का वितरण, डीएम ने छात्राओं से की अपील
जखनियां। क्षेत्र के अलीपुर मंदरा गांव स्थित माता तेतरा देवी सच्चिदानंद बालिका डिग्री कॉलेज में स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कॉलेज के बीए व बीएससी के कुल 494 छात्राओं में स्मार्टफोन का वितरण किया। स्मार्टफोन मिलते ही छात्राओं के चेहरे खिल गए। इस दौरान छात्राओं को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि शासन द्वारा निःशुल्क रूप से स्मार्टफोन दिया जा रहा है, ताकि उनके ज्ञान स्तर को बढ़ाया जा सके। कहा कि इसके माध्यम से छात्राओं को तकनीकी जानकारियां पाने में काफी सहूलियत होगी। इसका उपयोग करने से बहुउद्देशीय लाभ के साथ विशेष जानकारियां मिलेंगी। बताया कि आज की दुनिया पूरी तरह से डिजिटल हो गई है। वितरण के बाद उन्होंने गांव में बने पंचायत भवन व अतिथि भवन का निरीक्षण किया, जहां लगाए गए उपकरणों की जांच की और सुविधाओं के बाबत सराहना की। इस मौके पर उपजिलाधिकारी कमलेश सिंह, खंड विकास अधिकारी संजय गुप्ता, मनोज सिंह, अजीत सिंह, शिक्षिका सपना पांडे, रामप्रीति सिंह, प्रबंधक झुन्ना सिंह, अटल सिंह, बिजेंद्र कुशवाहा आदि रहे।
गाजीपुर। क्षेत्र के पीजी कॉलेज में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत वाणिज्य व कृषि संकाय के प्रशिक्षुओं में स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के लोकसभा प्रभारी कृष्णबिहारी राय ने प्रशिक्षुओं में स्मार्टफोन का वितरण किया। शिक्षा के क्षेत्र में सूचना क्रांति के महत्व को बताते हुए कहा कि स्मार्टफोन के माध्यम से छात्र-छात्राएं इस तकनीकी युग के अनुरूप स्मार्ट बन सकते है। इस के युग में युवाओं को ऑनलाइन अध्ययन के लिए शासन की ओर से दिए जाने वाले स्मार्टफोन व टैबलेट का सदुपयोग करना चाहिए। कहा कि स्मार्टफोन के माध्यम से आज योगी सरकार ने ज्ञान का भण्डार आपके हाथों में प्रदान किया है। आपके द्वारा स्मार्टफोन का उपयोग केवल ज्ञान की वृद्धि तक के लिए ही होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने देश के युवा शक्ति का आह्वान किया है कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान प्रदान करें। इस मौके पर प्राचार्य प्रो. डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय, मुख्य नियंता प्रो. डॉ. एसडी सिंह, योजना के नोडल प्रो. डॉ एसएन सिंह, विवेक सिंह, डॉ रामदुलारे, डॉ योगेश कुमार, डॉ हरेन्द्र सिंह, डॉ रविशंकर वर्मा, डॉ रवि शेखर सिंह, डॉ विजय सिंह, डॉ शैलेंद्र सिंह, डॉ श्रवण शुक्ला आदि रहे।