15 से 30 सितंबर तक चलेगा आयुष्मान कार्ड विशेष पखवाड़ा, 75 हजार 692 परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य
ग़ाज़ीपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना जो आयुष्मान भारत योजना के नाम से जाना जाता है, इसके लाभार्थियों को 5 लाख तक की स्वास्थ्य सुविधा चिन्हित सरकारी व गैर सरकरी अस्पतालों में निःशुल्क मिलती है। ऐसे में इनके लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाने को लेकर एक बार फिर से 15 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़े के दौरान आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसको लेकर विभाग द्वारा पूरी तैयारियां कर ली गई है। जिसके तहत 75 हजार 692 परिवार के बचे हुए लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया गया है। आयुष्मान भारत योजना के नोडल डॉ एसडी वर्मा ने बताया कि सरकार का मंशा है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से आच्छादित परिवारों के प्रत्येक सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड अवश्य हों। ऐसे में योजना 23 सितंबर को 4 साल पूरा कर रही है। परंतु 4 वर्ष के बाद भी 48 प्रतिशत परिवारों को ही आयुष्मान कार्ड उपलब्ध हो पाया है। योजना से आच्छादित पात्र लाभार्थियों में से 27 प्रतिशत लाभार्थियों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाए हैं। इन्हीं सब को देखते हुए एक बार फिर से 15 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़े के दौरान आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार विशेष पखवाड़े में आशा और आंगनबाड़ियों के द्वारा लाभार्थियों को कैंप तक लाया जाएगा। जिसके लिए पूरे जनपद में 985 कैंप लगाए जाएंगे। इन सभी कैंपों में जन सेवा केंद्र के वीएलई, ग्राम पंचायत सहायक और ब्लॉक लेवल ऑपरेटर शामिल रहेंगे। इन कैंपों में लाभार्थियों का कार्ड निःशुल्क बनाया जाएगा। इस विशेष पखवाड़े में जिला सूचना विभाग, जिला आपूर्ति विभाग, जिला पंचायती राज विभाग, जनपद के सभी एसडीएम और बीडीओ की विशेष सहभगिता रहेगी। आयुष्मान भारत योजना के आईटी मैनेजर अमित उपाध्याय ने बताया कि जनपद में कुल 2 लाख 31 हजार 425 परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने थे। जिसमें से 50 हजार 420 परिवार सर्वे में अब तक नहीं मिल पाए हैं। जिसको लेकर अब तक 1 लाख 38 हजार 664 परिवारों के 3 लाख 56 हजार 960 सदस्यों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। वहीं इस बार 15 से 30 सितंबर तक चलने वाले पखवाड़े में 75 हजार 692 परिवार का डेटा प्राप्त हुआ है। जिनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है।