तिरंगे के हुजूम के बीच सैनिक सम्मान संग पहुंचा शहीद का शव, इकलौते बेटे ने दी मुखाग्नि





खानपुर। बीते शुक्रवार को मेघालय राज्य में ड्यूटी के दौरान भारी वर्षा से हुए भूस्खलन में शहीद सीमा सुरक्षा बल के जवान शहीद सतीश कुमार सिंह उर्फ डबलू पुत्र इंद्रजीत सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास मौधा में राजकीय सम्मान के साथ पहुंचा। पार्थिव शरीर के गाँव पहुंचने पर हजारों युवाओं के गगन भेदी नारे से पूरा गांव गूंज उठा। वो ‘जब तक सूरज चांद रहेगा सतीश भैया का नाम रहेगा, ’देखो देखो कौन आया गाजीपुर का शेर आया, भारत माता की जय’ आदि नारे लगा रहे थे। हाथों में तिरंगा लिए युवा लहरा रहे थे। शव के घर पहुंचने के बाद परिजनों व गांव वालों का करूण क्रंदन शुरू हो गया। शव लेकर साथ आये सीआरपीएफ के अधिकारियों ने उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी को तिरंगा व उनकी वर्दी सौंपी। शहीद की पत्नी विजयलक्ष्मी और मां कांति देवी समेत पुत्र शिवांग सिंह और पुत्री अनुष्का का रो-रोकर बुरा हाल था। ये देख सभी भावुक हो गए। इसके बाद वहां एसडीएम ओमप्रकाश गुप्त व सीओ बलराम समेत सभी ने श्रद्धांजलि दी। वहां से पार्थिव शरीर सेना के वाहन से सैदपुर स्थित जौहरगंज के श्मशान घाट के लिए रवाना हुआ। जिसमें युवा श्रद्धांजलि जुलूस निकालते हुए चल रहे थे। पार्थिव शरीर सौना, शिवदासपुर, पोखरा मोड़, अनौनी, ददरा, बिहारीगंज, औड़िहार होते हुए सैदपुर पहुंचा। जहाँ जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के पिता मुन्ना सिंह समेत भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, दयाशंकर पाण्डेय, संतोष भारद्वाज, प्रवीण सिंह, संतोष चौहान, अच्छेलाल गुप्ता, श्यामकुंवर मौर्या, सभाजीत विश्वकर्मा, महेंद्र प्रताप सिंह, शिव प्रसाद गुप्ता, बाबूलाल यादव, तेज नारायण चौहान आदि ने श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीआरपीएफ की टुकड़ी लेकर साथ में सेना के एसआई आरके चंद्र यादव, सहायक कमांडेंट सीआरपीएफ आदि चल रहे थे।



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