आग का गोला बनकर पोल से गिरे लाइनमैन की दो दिनों बाद मौत, सूनी हुई 4 बहनों की राखी की थाली





खानपुर। थानाक्षेत्र के सौना उपकेंद्र पर काम करने के दौरान करंट से झुलसे निजी लाइनमैन की मंगलवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अमेंदा निवासी धीरज राजभर 22 पुत्र रविशंकर निजी लाइनमैन था और विभाग के लिए निजी तौर पर काम करता था। दो दिनों पूर्व 20 जून को वो अपने गांव में बिजली खराब होने पर मरम्मत के बाद शटडाउन लेकर पोल पर चढ़ा था। इस बीच अज्ञात कारणों से तार में करंट प्रवाहित हो गया। जिसकी जद में आकर वो पोल पर भी आग का गोला बन गया और पोल से सीधे जमीन पर आ गिरा। उसके पूरे शरीर में आग लगी देख वहां मौजूद लोग चीखते हुए भागे और किसी तरह से उसके जल रहे शरीर को बुझाया, लेकिन इस बीच वो 70 फीसद जल चुका था। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया और वहां से वाराणसी रेफर कर दिया गया। वहां उपचार के दौरान मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। 4 बहनों के इकलौते भाई धीरज की मौत के बाद सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। मां मताबी देवी जैसे होश में ही नहीं थीं। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम को भेजा। इधर जानकारी मिलने के बाद विद्युत मजदूर पंचायत के जिलाध्यक्ष अनुराग सिंह समेत संविदा मस्टररोल संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह, निर्भय नारायण सिंह, खंडीय अध्यक्ष गोविंद कुशवाहा, नरेंद्र यादव आदि अस्पताल पहुंचे और किसी तरह धन जुटाकर अस्पताल का बिल चुकाया और शव को लेकर घर आए। कहा कि संगठन पूरी तरह से मृत कर्मचारी के परिवार के साथ है, उनकी हर तरह से मदद की जाएगी। वहीं इस बाबत अधिशासी अभियंता आशीष चौहान ने बताया कि मृतक निजी लाइनमैन था, घटना की जानकारी मिली है। उसके परिवार की मदद का पूरा प्रयास कराया जाएगा।



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