हाईकोर्ट के आदेश के बाद बढ़ी सियासी गर्मी, प्रचार में जुटे कई प्रत्याशी तो कुछ पर्दे के पीछे से बना रहे रणनीति, छुटभैये नेताओं की बढ़ी पूछ
अमित सहाय की खास खबर
बहरियाबाद। हाईकोर्ट इलाहाबाद के आदेश के बाद पंचायत चुनाव को लेकर पूरे क्षेत्र में राजनैतिक सरगर्मी बढ़ गई है। साम-दाम, दंड-भेद, गुणा-गणित की नीति खुलकर दिखाई देने लगी है। हालांकि अभी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की नजर सीटों के आरक्षण पर भी टिकी हुई है। लेकिन कहीं वो विपक्षियों से पिछड़ न जाए इसको लेकर वह अपनी पूरी सक्रियता जनता-जनार्दन के बीच बनाए हुए हैं। गांव-गांव दर्जनों की संख्या में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य व प्रधान पद के भावी प्रत्याशियों का जन सम्पर्क, होर्डिंग बैनर व सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार ने पूरी तेजी पकड़ ली है। गंवई राजनीति के मुहल्ला स्तर के छुटभैया नेताओं की पूछ काफी बढ़ गई है। जिससे भावी प्रत्याशियों को नित्य जगह-जगह छोटी-बड़ी पार्टियों का भी आयोजन करना पड़ रहा है। पूरे क्षेत्र में सबसे ज्यादा सरगर्मी सादात प्रथम के जिला पंचायत सदस्य के चुनाव को लेकर दिखाई दे रहा है। मैदान में पूरी ताकत के साथ गदाईपुर निवासी व भाजपा के मंडल अध्यक्ष संदीप सिंह सोनू, बनकटा निवासी सपा नेता व जहानागंज (आजमगढ़) के जेल में बंद ब्लाक प्रमुख संजय यादव के छोटे भाई ओमकार यादव, बहरियाबाद निवासी व पृथ्वीराज चौहान शब्द भेदी सेना के अध्यक्ष नवीन चौहान आदि अपनी टीम के साथ पूरी ताकत से जन सम्पर्क कर मतदाताओं में पैठ बनाने की होड़ में लगे हुए हैं। वर्तमान जिला पंचायत सदस्य व सपा नेता चंदन यादव का अभी तक पूरी तरह से मौन रहना व पत्ते को पूरी तरह से न खोलना भी कम चर्चा का विषय नहीं है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य ऐसे महत्वपूर्ण नाम भी हैं जो फिलहाल अभी सामने न आकर पर्दे के पीछे से ही गहरी चालें चलने में अधिक मशगूल दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल उनकी पैनी नजर सीटों के आरक्षण की घोषणा व राजनैतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व के यहाँ सेटिंग-गेटिंग व रेटिंग में अधिक लगी हुई है। कुल मिला कर पूरे क्षेत्र में चुनावी रंग स्पष्ट दिखाई देने लगा है।