गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन का काम काश्तकारों व करणी सेना ने फिर रोका, पूरे दिन दिया धरना तो अधिकारियों को वहीं पर करना पड़ा भोजन
सैदपुर। क्षेत्र के औड़िहार कलां में एक बार फिर से काश्तकारों ने गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के काम को मुआवजा न दिए जाने के आरोप के साथ रोक दिया। जिसके बाद पहुंची पुलिस ने उन्हें वहां से हटवाकर कुछ दूर तक काम शुरू कराया लेकिन वो शाम तक धरने पर बैठे रहे। शाम को एसडीएम ने समझाया तो वो हटे। इस दौरान कई थानों की फोर्स डटी रही। शनिवार की सुबह कार्यदायी कंपनी औड़िहार कलां में सड़क के निर्माण को पहुंची तो ग्रामीणों ने काम रोक दिया। जिसके बाद सैदपुर, बहरियाबाद, सादात, खानपुर आदि थानों की फोर्स पहुंच गई। वहीं एसडीएम विक्रम सिंह के साथ सैदपुर सीओ की अनुपस्थिति में कासिमाबाद सीओ महिपाल पाठक वहां पहुंच गए। इस बीच करणी सेना के जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश सिंह भी वहां पहुंच गए और वहीं पर सभी धरने पर बैठ गए। कहा कि यहां के आगे काम नहीं होने देंगे। जिसके चलते एक हिस्से में पूरे दिन मिट्टी आदि फेंकने का काम होता रहा। काश्तकारों के धरने के चलते अधिकारियों ने मौके पर ही भोजन भी मंगवाकर किया। काश्तकारों का कहना था कि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। यहां की जमीनों का रेट सिर्फ 2 लाख 24 हजार बिस्वा दिया जा रहा है। ये बेहद कम है। कहा कि इसके लिए जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वो कोरोना के चलते क्वारंटीन हैं, ऐसे में 18 को रेट के बारे में कोई निर्णय देंगे। जिस पर काश्तकारों ने कहा कि ऐसे में 18 फरवरी से पहले उक्त जमीन पर काम नहीं होगा। शाम तक धरनारत रहने के बाद एसडीएम विक्रम सिंह वहां पहुंचे और मौखिक रूप से आश्वासन दिया कि 18 फरवरी तक उक्त जमीन से आगे काम नहीं होगा। जिसके बाद उन्होंने धरना खत्म किया। एसडीएम ने समझाया कि बीते दिनों जिले में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इसका उद्घाटन 31 मार्च तक करने को सोच रहा हूं। ऐसे में इसे जल्द से जल्द पूरा करना है। इस मौके पर आलोक सिंह, भीम सिंह, राजेंद्र पाठक, श्रवण सिंह, दीना पाठक, आनंद सिंह, दिलीप सिंह, अमित पाठक, गुलाब सिंह आदि रहे।