नंदगंज : ज्वांइट मजिस्ट्रेट के निर्देश पर बनी नाली को लेखपाल ने तोड़वाया तो प्रधान प्रतिनिधि ने लेखपाल के खिलाफ दी तहरीर, मामला निकला उल्टा


नंदगंज। थानाक्षेत्र के सिहोरी स्थित हरिजन बस्ती में नवनिर्मित नाली तोड़ने पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने लेखपाल सहित 4 के खिलाफ सरकारी सम्पत्ति का नुकसान करने की तहरीर थाने में दी। वहीं इस मामले में ज्वांइट मजिस्ट्रेट ने कहा कि दिए गए आदेश के अनुसार निर्माण नहीं कराया गया। जिसके चलते लेखपाल ने नाली को तोड़वाया। तहरीर देते हुए प्रतिनिधि ने बताया कि बस्ती में सरकारी जमीन पर प्रधान द्वारा सार्वजनिक नाली बनवाई जा रही थी। लेकिन गांव निवासी सुरेश राम ने नाली नहीं बनने के लिए सैदपुर उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया था। उक्त पत्र पर बीते 20 मई को ही ज्वांइट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड सहित नायब तहसीलदार, थानाध्यक्ष व लेखपाल मौके पर पहुंचे और जांच के बाद मामले को निस्तारित करते हुए प्रधान को आदेशित किया कि नाली का अंडरग्राउंड निर्माण कराया जाय। जिस पर लेखपाल ने समझौता कर प्रधान सहित गांव के कई लोगों के हस्ताक्षर भी कराए। इधर आदेश के बाद प्रधान अनीता देवी ने नाली का निर्माण करवा दिया। इसके बाद तीन दिनों पहले नाली पर प्लास्टर करवाया और उसे ढंकने का काम करने की बात कही। इस बीच गुरूवार को अचानक लेखपाल अशोक राय मौके पर पहुंचे और वहीं खड़े होकर नाली को तोड़वाने लगे। जिसका वीडियो भी लोगों ने बना लिया। इधर प्रधान ने जब पूछा कि किसके आदेश पर नाली तोड़वा रहे हैं तो लेखपाल ने सैदपुर एसडीएम का नाम बताया। आदेश की कॉपी मांगने बोले कि फोन पर आदेशित किया है। जिस पर ग्रामीणों के सहयोग से प्रधान ने लेखपाल को वहीं बिठा लिया और डायल 112 पर पुलिस को बुलाया। मौके पर पहुँची पुलिस ने लेखपाल सहित दोनों पक्षो को थाने बुलाया। जिसके बाद प्रतिनिधि राजेश यादव ने लेखपाल अशोक राय सहित सुरेश राम व उनके दोनों पुत्र विनोद कुमार व मनोज राम के खिलाफ सरकारी संपत्ति के नुकसान करने का शिकायत पत्र थाने में दिया। वहीं इस मामले में ज्वांइट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड ने बताया कि मेरे द्वारा मौके का मुआयना करने के बाद अंडरग्राउंड नाली बनवाने का आदेश दिया गया था लेकिन प्रधान द्वारा आदेश को न मानकर गलत ढंग से ओपन में नाली बना दी गई। गलत नाली बनाने पर ही उसे तोड़ा गया है।