तब अंग्रेजों ने राजघाट पुल बनवाया और अब मनोज सिन्हा ने ताड़ीघाट-बारा का पुल, जातिवाद नहीं विकासवाद पर दें वोट - कादिर राईनी





गाजीपुर। केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा सोमवार की सुबह साढ़े 8 बजे नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी कादिर राईनी के बरबरहना स्थित आवास पर पसमांदा समाज के लोगों से मुखातिब हुए। कहा कि भौतिक व डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ने से जिले के चतुर्मुखी विकास की सम्भावना को बल मिला है। कहा कि असम से आ रही गैस पाइप लाइन से इधर के क्षेत्रों में भी औद्योगिक विकास की बुनियाद मजबूत होगी। रेल, सड़क, जल तथा वायु मार्गों की मजबूत संरचना के क्षेत्र में गाजीपुर के आगे बढ़ने से जिले के चतुर्मुखी औद्योगिक विकास की राह सुगम होगी। लेकिन इसके लिए अब भी बहुत कुछ करना बाकी है और इसके हम अकेले नहीं कर सकते। सहयोग मांगते हुए कहा कि इसके लिए आप सभी के सहयोग की महती आवश्यकता है। कहा कि गाजीपुर के उन लोगों से जो अन्य शहरों में रह रहे हैं उनसे गाजीपुर समागम करके जनपद के विकास की जो अपील की गई थी उसका बेहतर परिणाम मिला है। कहा कि पीएम मोदी के 5 वर्षों में न सिर्फ देश में अमन चैन कायम रहा है बल्कि देश ने तरक्की की वो सीढ़ियां देखी व चढ़ीं जो अब तक 55 वर्षों में कभी नहीं चढ़ी थी। इस दौरान समाजसेवी कादिर राईनी ने श्री सिन्हा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पूर्व सांसद गहमरी जी की सोच व सपनों को मनोज सिन्हा ने पूरा करने का काम किया है। कहा कि इतिहास गवाह है जिस गुलाम भारत में अंग्रेजों ने राजघाट का पुल बनवाया, अब आजाद भारत में मनोज सिन्हा उसी तरह ताड़ीघाट बारा का रेल कम रोड ब्रिज बनवा रहे हैं। लोगों से कहा कि अब आपको सोचना है कि गाजीपुर का विकास किस व्यक्ति के द्वारा संभव है। कहा कि हमें जातिवाद नहीं बल्कि हमें विकासवाद चाहिए। ताकि हमारी आने वाली नस्लें हमें गाली न दें। इस मौके पर पूर्व नपा अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, संजीव गुप्ता, अली अब्बास, शमीम राइनी, मौलाना मदरसा कादरिया, शमीम अब्बासी, शकील, गजनफर अली, सुहेल खान, अशरफ साहब, शमशेर राईनी, जलालुद्दीन, आजाद, शकील राइनी, शैलेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।



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