सुहवलः दाखिल खारिज के लिए घूस मांगने वाले लेखपाल को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ दबोचा, माजरा समझते ही बीच सड़क चिल्लाने लगा लेखपाल
सुहवल। मरदह में विजिलेंस टीम द्वारा घूस लेते हुए एडीओ पंचायत को गिरफ्तार के साथ ही एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेते हुए एक घूसखोर लेखपाल की भी गिरफ्तारी का मामला सामने आया है। एंटी करप्शन की टीम ने दिलदारनगर रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक चाय की दुकान पर रिश्वत लेते समय आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और उसे लेकर थाने आए। हुआ ये कि सुहवल के अन्हारीपुर निवासी कमलेश पाल पुत्र प्रेमसागर की जमीन का दाखिल खारिज होना था। आरोप है कि रिपोर्ट लगाने के लिए जमानियां तहसील में तैनात उनके हलके का लेखपाल प्रभाकर पांडेय पुत्र स्व. सर्वदेव पांडेय निवासी शिवपुर वाराणसी 10 हजार रूपए की घूस मांग रहा था। जिसके बाद पीड़ित ने वाराणसी के एंटी करप्शन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद कमलेश को केमिकल लगे 10 हजार रूपए के नोट देकर टीम ने उन्हें मौके पर भेजा। इसके बाद उन्होंने फोन कर आरोपी लेखपाल को रूपए देने की बात कही तो उसने दिलदारनगर रेलवे स्टेशन के पास स्थित सुग्रीव की चाय की दुकान पर बुलाया। वहां जैसे ही उसने कमलेश के हाथ से रूपए लिए, वहां सादे कपड़ों में मौजूद टीम ने उसे धर दबोचा और उसका हाथ धुलवाया तो वो लाल हो गया। इधर पकड़े जाने के बाद लेखपाल को माजरा समझ में आ गया तो वो वहीं पर चिल्लाने लगा। भीड़ जुट गई तो टीम उसे लेकर सुहवल थाने पर पहुंच गई। जहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उसे लेकर साथ चली गई। इधर घटना के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि जिले में पूर्व में भी कई लेखपालों को घूस लेते हुए रंगे हाथ टीम गिरफ्तार कर चुकी है। इस दौरान टीम में निरीक्षक सूर्यप्रताप सिंह, नीरज सिंह, राजेश यादव, मैनेजर सिंह, हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र राय, विनोद कुमार, कां. अजीत सिंह, अश्वनी पांडेय, आशीष शुक्ला आदि रहे।