सैदपुर : औड़िहार में समय से तो नगर में समय से बहुत पहले जला रावण, अंदर के दुकानदारों को काफी नुकसान तो बाहर वालों की रही चांदी





सैदपुर। क्षेत्र में दशहरा पर्व के मौके पर शनिवार की रात औड़िहार व नगर में रावण दहन व मेले का आयोजन किया। आयोजन देररात तक चला। लेकिन देररात तक मेले में होने वाली ये भीड़ मेला स्थल के अंदर न होकर सड़कों पर ही देखने को मिली, जिससे अंदर मौजूद दुकानदारों का काफी नुकसान हुआ। औड़िहार में प्रतिवर्ष की तरह अपने निर्धारित समय 7 बजे ही रावण ाक पुतला जलाया गया लेकिन नगर की रामलीला में बहुत पहले ही करीब साढ़े 8 बजे तक रावण दहन कर दिया गया। जिसके चलते मेले में आने वाली भीड़ कम हो गयी। हुआ ये कि औड़िहार के प्रसिद्ध रावण दहन कार्यक्रम में करीब 30 फुट ऊंचे रावण का पुतला बनाया गया था। वहां पर अपने तय समय पर रावण का दहन कर दिया गया। वहां पहले से जानकारी होने के चलते दुकानदार भी सजग थे और तय समय में बिक्री कर लिया। लेकिन सैदपुर के प्रसिद्ध रावण दहन में प्रतिवर्ष देर रात तक होने वाले रावण दहन को साढ़े 8 बजे ही कर दिया गया। जिसके कारण खरीददार कम हो जाने से मेले में खिलौने आदि सामान सहित कच्चा सामान लेकर बिक्री करने आये दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा और उनके चेहरे मायूस हो गए। चाट, पकौड़ी आदि खाद्य सामग्री बेचने वालों ने कहा कि इस बार काफी सामान नुकसान हो गया है। इस बाबत रामलीला कमेटी के लोगों ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर जल्दी रावण दहन करना पड़ा। बता दें कि देररात रावण दहन की बात सोचकर बहुत से लोग रात 10 बजे के बाद कार्यक्रम में पहुंचते हैं। जिसके कारण अधिकांश लोग रावण-रावण युद्ध सहित रावण दहन लीला देख ही न सके। हालांकि मेला स्थल के बाहर की सड़कों पर देररात करीब 11 बजे तक लोग सामान खरीदते रहे। जिससे बाहर दुकान लगाने वालों की चांदी रही।



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