सैदपुर : तहसील में मनी शास्त्री-गांधी जयंती जयंती, जॉइंट मजिस्ट्रेट ने जीवन वृत्त पर की चर्चा, सीएचसी में मरीजों में वितरित किया फल
सैदपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री की जयंती तहसील में मनाई गई। इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड ने दोनों महापुरुषों के चित्र पर पुष्प अर्पित करके व दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद उनके जीवन वृत्त पर गोष्ठी हुई। जॉइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि लालबहादुर शास्त्री ने जीवन पर्यंत समाज के सबसे निचले तबके की लड़ाई लड़ी। कहा कि जब देश में स्थिति खराब हुई तो लालबहादुर शास्त्री ने कहा कि देश की जनता जब भूखी हो तो वो खुद भरपेट भोजन कैसे कर सकते हैं। कहा कि शास्त्री जी सादगी और ईमानदारी की प्रतिमूर्ति थे। उनके आदर्शों पर चलने की आज भी आवश्यकता है। कहा कि महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराने में अंग्रेजों से जीवन पर्यंत अहिंसक तरीके से दो-दो हाथ करते हुए भारत के लोगों को संगठित किया। कहा कि उनके अहिंसक आंदोलनों से देश की जनता में आजादी पाने की भावना हिलोरें लेती थी। कहा कि वो समाज में हर किसी को बराबरी में रखने के पक्षधर थे। उनका मानना था कि समाज में असमानता नहीं होनी चाहिए, बल्कि सभी भारतीयों को बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए। इसके पश्चात सभी अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और वहां भर्ती मरीजों व उनके परिजनों में फल आदि का वितरण का उनका कुशलक्षेम पूछा। इसके बाद अस्पताल द्वारा दी जाने वाले सुविधाओं को लेकर निरीक्षण किया और मरीजों से पूछताछ की। मिलने वाली दवाओं आदि के बाबत पूछा कि दवाओं के लिए रूपया तो नहीं लिया गया। साफ सफाई को लेकर आवश्यक निर्देश दिया। इस मौके पर तहसीलदार देवेंद्र यादव, नायब तहसीलदार विजयकांत पांडेय, मीना गौड़, डॉ. बीके राय, प्रकाश पांडेय आदि रहे।