कासिमाबाद तहसील के अंदर घूस ले रहे लेखपाल को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार, रिपोर्ट लगाने के लिए लिया रूपया
कासिमाबाद। वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने एक बार फिर से एक लेखपाल को काम कराने के नाम पर घूस लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। तहसील के अंदर ही लेखपाल को पकड़ने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उसे नोनहरा थाने लाया गया। जहां से आवश्यक कार्रवाई के बाद जेल भेजा जाएगा। क्षेत्र के महड़ौर कार्यक्षेत्र में तैनात राजस्व लेखपाल सुरेन्द्र राम पुत्र स्व. शकलदीप राम निवासी अंधऊ थाना शहर कोतवाली पर हरेराम चौहान पुत्र स्व. राजदेव चौहान निवासी क्षेत्र के मुहम्मदपुर तड़वा निवासी हरेराम चौहान ने तहसील के महड़ौर के लेखपाल सुरेंद्र राम पुत्र स्व. सकलदीप राम निवासी अंधऊ पर आरोप लगाया था कि वो जमीन का सीमांकन करने व उस पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर उससे 6 हजार रूपए की घूस मांग रहा है। घूसखोर लेखपाल को गिरफ्तार करने वाली टीम के प्रभारी निरीक्षक सहवीर सिंह ने बताया कि इस बात की शिकायत पीड़ित ने हमसे की। जिसके बाद उसकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित को केमिकल लगे हुए नोट उपलब्ध कराए गए और फिर हम सादे कपड़ों में तहसील में घटनास्थल के आसपास ही थे। इसके बाद जैसे ही पीड़ित से घूसखोर ने घूस लिया, हमने उसे रंगे हाथों धर दबोचा और उसे लेकर नोनहरा थाने आए। तहसील परिसर के अंदर हुए इस रिश्वतकांड में गिरफ्तारी के बाद जिले भर में हड़कंप मच गया। घटना के समय मौके पर कर्मचारियों की भी भीड़ थी। शुरूआत में तो वहां मौजूद कर्मियों ने आरोपी लेखपाल का बचाव करने की भी कोशिश की लेकिन जब उन्हें पता चला कि एसीबी की टीम की कार्रवाई है तो वो भी वहां से खिसकने में ही अपनी भलाई समझे। टीम में प्रमोद कुमार, राकेश बहादुर सिंह, शैलेन्द्र राय, विनोद कुमार, सूरज गुप्ता, वीरेन्द्र प्रताप सिंह, अश्वनी पाण्डेय, विनय यादव आदि रहे।