भीषण गर्मी के चलते बच्चों से लगायत बुजुर्गों में आ रही ऐसी शिकायत, चिकित्सक ने बताया ऐसा डिसआर्डर



बिंदेश्वरी सिंह की खास खबर



खानपुर। बढ़ती गर्मी की वजह से बच्चों, बुजुर्गो एवं बीमार लोगों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन और रात में नींद न आने की शिकायतें आ रहीं है। वातावरण में लगातार बढ़ता तापमान शरीर के न्यूरो ट्रांसमीटर को प्रभावित कर रहा है, जिससे लोगों में अनिद्रा, थकान और गुस्सा के साथ ही स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी आ रहा है। उल्टी-दस्त बुखार के साथ लोगों में गर्मी के कारण नींद न आने, तनाव, थकान और बात-बात पर गुस्सा होने की परेशानी आ रही है। अनौनी के डॉ प्रकाश पांडेय कहते है कि यह एक डिसऑर्डर है जो कि बढ़ती गर्मी के कारण होता है। शरीर के तापमान को नियंत्रित करने वाला न्यूरो ट्रांसमीटर अधिक गर्मी व सर्दी के कारण गड़बड़ाने लगता है। जिससे व्यक्ति में अनिद्रा व गुस्सा पनपता है। उमस की वजह से लगातार निकलते पसीने के साथ हमारे शरीर के महत्वपूर्ण तत्व भी निकल जाते हैं, जिनकी पूर्ति होना बेहद जरूरी है। इससे बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस शुरू हो जाता है। पोटेशियम, मैग्नीशियम, सोडियम आदि ऐसे तत्व है जो शरीर की ऊर्जा बनाए रखने के लिए जरूरी है। नींबू पानी, जलजीरा, केले, संतरा, तरबूज आदि से इनकी कमी पूरी हो जाती है। एक सामान्य व्यक्ति आम दिनों में ढाई लीटर पानी पीता है तो इस मौसम में पांच लीटर पानी जरूरी है। गर्मी में बाहर निकलते वक्त यदि दो गिलास पानी पीकर निकलें तो सबसे अच्छा रहेगा।



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