लालसा इंटरनेशनल स्कूल में 5 दिवसीय स्काउट गाइड शिविर में बच्चों ने सीखे जीवनोपयोगी गुर
बहरियाबाद। क्षेत्र के रायपुर स्थित लालसा इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन में चल रहा 5 दिवसीय स्काउट-गाइड शिविर का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस दौरान शिविर में स्वयंसेवकों ने स्काउट का इतिहास, नियम, प्रतिज्ञा, ध्वज शिष्टाचार, ध्वज के प्रकार, गांठ बंधन, टेंट व पुल निर्माण, झंडा बांधना, दिशाओं का ज्ञान, प्राथमिक सहायता आदि का प्रशिक्षण लेकर आखिरी दिन उसे प्रदर्शित किया। इसके अलावा प्रतिभागियों ने विभिन्न समूहों में बंटकर पाक कला के गुर सीखे। साथ ही मतदाता जागरूकता रैली निकालकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया। कई तरह के प्रशिक्षण के बाद समापन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें उन्होंने नृत्य एवं संगीत का भरपूर आनंद लिया। कुछ बच्चों ने देशभक्ति गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी। प्रबन्ध निदेशक अजय कुमार यादव ने विद्यार्थियों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम ही हमारे व्यक्तित्व में साहस, दया, सेवा आदि मूल्यों को समाहित करते हैं। कहा कि हम सभी को अपने दैनिक जीवन में भी स्काउट गाइड नियमों का पालन करना चाहिए। कहा कि स्काउट गाइड एक स्वयंसेवी गैर राजनैतिक शैक्षिक आंदोलन है, जो अनुशासन में रहकर युवाओं को देश एवं समाज की सेवा के लिए प्रेरित करता है। यह अपने प्रशिक्षुओं को जिम्मेदार नागरिक बनाता है। प्रबंध निदेशक ने प्रशिक्षुओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि स्काउट गाइड से आत्म-नियंत्रण, आत्मनिर्भरता और आत्म दिशा को बढ़ावा मिलता है। कहा कि स्काउट गाइड का उद्देश्य चरित्र का गठन, ध्वनि स्वास्थ्य की आदतों का निर्माण, हस्तकला में प्रशिक्षण और उपयोगी कौशल प्राप्त करने के साथ कुशलता से सेवा की एक उचित भावना को बढ़ाना है। इस तरह के शिविर से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता है। आखिरी दिन स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षक अखिलेश यादव, आचार्य मुकेश कुमार, गाइडर चंदा कश्यप के नेतृत्व में रस्सी, बांस, कपड़ा आदि के सहारे सुंदर व आकर्षक टेंट और पुल निर्माण का कार्य सीखा। इस मौके पर अंशिका सिंह, अपेक्षा कुमारी, पूनम यादव, मल्लका बेगम, रागिनी, सुषमा विश्वकर्मा, ज्योति सिंह, राहुल यादव, संजय, अनूप, विवेक आदि रहे।