मेहनत करें तो पारंपरिक खेलों में महारत हासिल कर सकते हैं क्षेत्रीय खिलाड़ी - कमलेश यादव





खानपुर। नाग पंचमी के मौके पर शुक्रवार को क्षेत्र के अखाड़ों में पहलवानों ने जमकर दांव लगाया। खानपुर, गदनपुर, सरैयां, भुजहुआं, मौधा, भुंवरपुर, गोपालापुर, बहेरी आदि गांवों में मिट्टी के अखाड़ों में पहलवानों ने अपने अखाड़े का वार्षिक पूजन कर लाल पताका फहराया और अपने उस्ताद के देखरेख में कुश्ती-दंगल का आयोजन किया। कई अखाड़ों में दंगल प्रतियोगिता आयोजित कर स्थानीय पहलवान बच्चों को पुरस्कृत किया गया। रामपुर में कबड्डी प्रतियोगिता के विजेता टीम को पुरस्कार देते हुए जिला पंचायत सदस्य कमलेश यादव ने कहा कि भारतीय युवाओं को अपने पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित कर महारत हासिल करनी चाहिए। भाला फेंक, गोला फेंक, दौड़, लंबी कूद, तीरंदाजी व तलवारबाजी जैसे खेल भारतीय इतिहास के पन्नों से बाहर निकालकर बच्चों को सीखना और सिखाना चाहिए। कुश्ती और तैराकी जैसे खेल में युवकों को भारी सफलता मिल सकती है।



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