क्षणिक होता है धन, मान व प्रतिष्ठा का संचयन, सत्संग व संत समागम से बड़ा नहीं है दूसरा लाभ - बाल योगी
मरदह। क्षेत्र के महेगवां गांव स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर पार्क में बेलसड़ी धाम सीतादास आश्रम के बाल योगी महंत महेश दास के सानिध्य में विश्व कल्याण हेतु सतनाम पाठ तथा प्रवचन भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने कहा कि संत के माध्यम से ज्ञान, भक्ति, वैराग्य और सत्संग जैसे साधन मिलते हैं। ये साधन मनुष्य को ब्रह्म तक ले जाते हैं। कहा कि सत्संग का लाभ नष्ट नहीं होता। ये लाभ भगवान की कृपा से मिलता है। कहा कि संत समागम के समान दूसरा कोई लाभ नहीं है। संसार में धन, मान और प्रतिष्ठा को महत्व दिया जाता है, लेकिन ये यथार्थ नहीं है बल्कि क्षणिक हैं। इस दौरान सभी भक्त गुरु भक्ति में भाव विभोर होकर पुष्प की वर्षा कर रहे थे व नाच रहे थे। अंत में गुरु की आरती के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर राजन सिंह, समाजसेवी सूर्यभान सिंह, सचिन सिंह, रामकरन चौरसिया, किशुन राम, सुक्खू प्रजापति, प्रद्युम्न प्रजापति, हृदय चौरसिया, बिरजू प्रजापति, पिन्टू सिंह, अंशू सिंह, योगेश प्रजापति, अच्छेलाल जायसवाल, वीरेन्द्र जायसवाल, सिंहासन चौहान, अंजय खरवार आदि रहे।