खुशखबरी! अब कस्बों में भी घर के पास स्वास्थ्य सुविधाएं देने की तैयारी, दो कस्बों में खुलेंगे 5 आयुष्मान आरोग्य मंदिर


गोरखपुर। महानगर और गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के जरिये स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ीकरण के बाद अब स्वास्थ्य विभाग अन्य नगरीय निकायों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को तत्पर है। इसी कड़ी में बड़हलगंज कस्बे में तीन और पीपीगंज कस्बे में दो आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोलने की तैयारी हो रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग किराये के उत्कृष्ट भवन खोज रहा है। उधर, पीपीगंज अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों की मांग को देखते हुए एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) की सेवा शुरू कर दी गई है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने दी। बताया कि कैम्पियरगंज सीएचसी के अधीक्षक डॉ विनोद वर्मा की देखरेख में पीपीगंज एपीएचसी पर एआरवी की सेवा, मांग के 15 दिनों के भीतर शुरू की गई है। इसके लिए पूरी टीम बधाई की पात्र है। साथ ही इस एपीएचसी पर एलौपेथिक विधा की महिला चिकित्सक को भी तैनात कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर जिले के सभी कस्बों और नगरीय क्षेत्रों में आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सुविधा की आवश्यकता महसूस की जा रही है। फिलहाल बड़हलगंज और पीपीगंज से इस सुविधा की शुरूआत होने जा रही है। किराये का भवन मिलने के बाद निर्धारित प्रक्रिया के जरिये आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले जाएंगे। डॉ झा ने बताया कि कस्बों में खुलने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर एक चिकित्सक, एक स्टॉफ नर्स, एक एएनएम और दो मल्टी टॉस्किंग वर्कर (एमटीएस) की तैनाती होगी। केंद्र पर सभी बीमारियों की प्राथमिक जांच और इलाज की सुविधा होगी। विशेषज्ञ चिकित्सक की सेवा दिलवाने के लिए मरीज को टेलीकंसल्टेशन का लाभ दिया जाएगा। इन कस्बों के आसपास के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को आवश्यकतानुसार इन केंद्रों के चिकित्सकों से भी टेलीकंसल्टेशन दिला सकेंगे। इन सभी केंद्रों पर गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, योगा सत्र, सभी आवश्यक दवाएं और जांच किट भी उपलब्ध रहेंगे, जिससे मरीजों को बेवजह दूर दराज नहीं जाना पड़ेगा। विश्व पर्यावरण दिवस पर चारु चंद्र दास राजकीय टीबी चिकित्सालय में सीएमओ डॉ राजेश झा कि मौजूदगी में पौधारोपण किया गया। इस मौके पर सीएमएस डॉ एके वर्मा, एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डिप्टी सीएमओ डॉ अश्वनी चौरसिया, डॉ राजेश कुमार, डॉ एनके द्विवेदी आदि रहे।