देवकली : जेल में बन्द हैं प्रधान और बाहर उनके डिजिटल हस्ताक्षर से निकाल लिए गए सवा लाख रुपये, सचिव पर लगा ये गम्भीर आरोप


गाजीपुर। देवकली ब्लॉक के लोनेपुर में भ्रष्टाचार की चिंगारी अब आग बन चुकी है। जेल में बंद ग्राम प्रधान दिग्विजय यादव की अनुपस्थिति में कथित रूप से उनके डिजिटल सिग्नेचर (डोंगल) का दुरुपयोग कर कुल 1 लाख 26 हजार 975 रूपए निकालने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस गंभीर आरोप की जाँच का आदेश जिला पंचायत राज अधिकारी निलेन्द्र सिंह ने दे दिया है। प्राप्त शिकायत के अनुसार सचिव प्रफुल्ल कुमार पर आरोप है कि उन्होंने बीते 10 मार्च को, जब प्रधान हिरासत में थे, तब उनके घर के लोगों को धोखे में डालकर डिजिटल हस्ताक्षर एवं डोंगल का इस्तेमाल कर विकास कार्यों के नाम पर लाखों की धनराशि विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दी। इस संबंध में ग्राम पंचायत अधिकारी प्रफुल्ल कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा जगह - जगह लगाने के लिए ह्यूम पाईप गिरवाये गए थे। उसी का भुगतान किया गया है। चंदौली जिले में एक घटना घटी तो उनका नाम आया। अलीनगर थाना में ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ था। लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई थी। 10 मार्च को ही भुगतान हो गया था। दोनों लोगों के डोंगल लगने के दो दिन बाद भुगतान हुआ था। बता दें कि ग्राम पंचायत अधिकारी प्रफुल्ल कुमार को आगामी 2 जून को समस्त मूल अभिलेखों के साथ जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। मांगे गए दस्तावेज़ों में टेंडर, कार्य प्रमाण-पत्र, मापन पुस्तिका (एमबी), कैशबुक, स्टॉक रजिस्टर, कार्य की फोटो रिपोर्ट आदि शामिल हैं। वहीं अब सवाल ये है कि जब प्रधान जेल में थे, तो उनके डोंगल का प्रयोग कैसे हुआ? इस मामले में डीपीआरओ निलेंद्र सिंह ने सख्ती से कहा कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।