वाह! खरीफ की फसल के लिए मिलेगा 51 हजार 316 करोड़ रूपए, 25 लाख किसानों को मिलेगा क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ - कृषि मंत्री





गाजीपुर। प्रदेश सरकार के कृषि, शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को नगर स्थित लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा किसानों के हित में कल्याणकारी योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। बताया कि इस वर्ष के बजट मे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में प्रदेश के एक करोड़ 11 लाख किसानों के खातों में 2 हजार रूपयों की पहली किश्त सफलतापूर्वक भेजी जा चुकी है। दूसरी किस्त में एक करोड़ तीन लाख किसानों को इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ। कहा कि जिन किसानों को अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है उनका तेजी से डेटा वेरीफिकेशन का कार्य चल रहा है। प्रयास रहेगा कि जुलाई माह तक इस योजना से वंचित किसानों को योजना का लाभ मिल जाए। उन्होंने किसानों से पंजीकरण कराने की अपील की। बताया कि 1 से 15 जुलाई तक अभियान चलाकर किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जायेगा। बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ा जायेगा और इस योजना के तहत 100 दिनों में एक करोड़ तथा प्रदेश में 25 लाख किसानों को क्रेडिट कार्ड योजना में जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए प्रदेश में राज्य स्तर की बैठक कर निर्देश दे दिया गया है कि इसे एक अभियान चलाकर पूरा किया जाये। कहा कि बैंक, जिला प्रशासन, बीमा कम्पनी, कृषि विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर खरीफ की दृष्टि से बैंक के माध्यम से 51 हजार 316 करोड़ रूपए केसीसी योजना के अन्तर्गत किसानों को खरीफ की फसल लगाने को दें। बताया कि जनपद गाजीपुर में इस वर्ष खरीफ की सब्जियो में टमाटर, हरी मिर्च को प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना में रखा गया है। जो किसान इन सब्जियों की पैदावार करते है वे आपदा को देखते हुए अपना बीमा अवश्य करायें। बताया कि कृषि विभाग ने पिछले दो वर्षो में अपनी योजनाओं से लाभान्वित हुए किसानों की संख्या को 9 लाख 35 हजार से बढ़ाकर 27 लाख 6 हजार तक पहुंचा दिया है। बीज अनुदान, कृषि यंत्रो पर अनुदान, बर्मी कम्पोस्ट पर अनुदान आदि योजनाओं में पिछली सरकार की तुलना में किसानो को दी जाने वाली अनुदान तीन गुना बढ़ी है। सारे अनुदान किसानों को डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में भेजे जाते हैं। दो वर्षो में प्रदेश सरकार ने 150 करोड़ 29 लाख रूपए से बढ़ाकर इस वर्ष के मार्च तक 550 करोड़ 89 लाख का अनुदान दिया है और कुल मिलाकर लगभग 400 करोड़ का लाभ प्रदेश सरकार ने किसानों को डीबीटी के माध्यम से दिया है। कहा कि कोई भी किसान अपना खाता बार-बार न बदले जिससे उन्हें कोई दिक्कत न हो। बताया कि प्रदेश में बीज, उर्वरक की समय पर उपलब्धता के कारण पिछले दो वर्षों में प्रदेश में 36 लाख मैट्रिक टन खाद्यान का उत्पादन बढ़ा है। हमारा उत्तर प्रदेश अब हरियाणा और पंजाब की तरह खाद्यान उत्पादकता की दिशा में अग्रसर हो रहा है। कृषि यंत्रो में विभाग द्वारा 80 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। कहा कि इसके लिए ब्लाकों में स्टाल लगाकर कृषि यंत्रों की जानकारी देते हुए किसानों को अनुदान के साथ उपलब्ध कराया जाएगा। बताया कि प्रदेश में चावल की उत्पादकता में 3 कुन्तल प्रति हेक्टेयर तथा गेहूं में 3.7 कुन्तल प्रति हेक्टेयर की उत्पादकता बढ़ी है। जनपद गाजीपुर में चावल की उत्पादकता वाराणसी मंडल से भी कम है जिसके लिए किसानों को अपने खेतों में हरी खाद का प्रयोग करने की अपील की। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, नरेन्द्र सिंह, पूर्व नपा अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, जिला महामंत्री ओमप्रकाश राय, श्यामराज तिवारी, अच्छेलाल गुप्ता, प्रवीण सिंह, शशिकांत शर्मा, अखिलेश सिंह, कृष्णानन्द राय, रासबिहारी राय, अजय कुशवाहा आदि मौजूद थे।



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