गांव में क्वारंटाइन सेंटर बनने से दिन-भर प्रवासियों से मिलने आते हैं परिजन, रात में घर चले जाते हैं प्रवासी, संक्रमित होने के डर में जी रहे ग्रामीण





जखनियां। क्षेत्र के मुड़ियारी स्थित प्राथमिक विद्यालय को प्रवासी मजदूरों के रहने के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां पर देश भर के कई राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन किया गया है। लेकिन सभी प्रवासियों का घर इसी गांव में होने के चलते उक्त क्वारंटाइन सेंटर का मतलब ही नहीं निकल रहा है, क्योंकि सभी मजदूरों के परिजनों यहां पर दिन भर आना जाना लगा रहता है। कई मजदूर को यहां से निकलकर पूरे गांव में घूमते हैं और कुछ तो रात में अपने घर पर चले जाते हैं। बीते दिनों भुड़कुड़ा में एक प्रवासी के पॉजीटिव पाए जाने के बाद इन मजदूरों की हरकतों को देखकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर क्वारंटाइन किए गए ज्यादातर अन्य समुदाय के मजदूरों की पत्नियों समेत सभी के परिजनों का दिन भर आना जाना लगा रहता है। कभी वो इफ्तारी देने के नाम पर आती हैं तो कभी सहरी और कभी मिलने के बहाने। विद्यालय के आस पास रहने वाले लोगों का कहना है कि अगर शासन प्रशासन ने इस तरफ अपना ध्यान आकृष्ट नहीं किया तो स्थिति बिगड़ सकती है। अगर इनमें से एक भी व्यक्ति पॉजीटिव मिल गया तो समस्या गहरा जाएगी।



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