सैकड़ों बच्चों की जान जोखिम में डालकर सोया पड़ा है विद्युत विभाग, यूटा ने बीएसए को पत्र भेजकर की मांग





सादात। क्षेत्र के मखदुमपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर के ऊपर से गए गुजरे तारों के चलते सैकड़ों बच्चों का जीवन खतरे में पड़ा हुआ है। इस मामले में विभाग की कुंभकर्णी नींद के चलते बच्चों के परिजन उन्हें स्कूल भेजने से भी कतराने लगे हैं। बीते कुछ माह पूर्व उक्त तार टूटकर परिसर में गिर भी चुका है। हालांकि उस दौरान बच्चे व शिक्षक बाल बाल बच गए थे। इन तारों को हटवाने के लिए यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत की है। यूटा के जिलाध्यक्ष सूर्यप्रताप सिंह ने पत्र लिखकर बीएसए से बताया कि उक्त विद्यालय के ऊपर से हाईटेंशन का तार गुजरा है। हैरानी की बात ये है कि छोटे बच्चों से भरे विद्यालय जैसे संवेदनशील स्थान के ऊपर तार होने के बावजूद विभाग ने उसके नीचे जाली आदि लगाना भी आवश्यक नहीं समझा है। कहा कि इसे हटाने के लिए कई बार विभाग से अपील की गई। उन्हें स्पष्ट बताया गया है कि उक्त तार जर्जर हो चुका है और आए दिन टूटकर गिरता है। बीते माह गिरने के दौरान गंभीर हादसा हो सकता था लेकिन सभी बच्चे बाल बाल बच गए। उन्होंने बीएसए से कहा कि तार के चलते अब विद्यालय में अभिभावक अपने बच्चों को भेजने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। बताया कि अभी बीते दिनों बलरामपुर में ऐसी ही घटना के चलते काफी बच्चे व शिक्षक गंभीर रूप से झुलस गए थे। लेकिन उस घटना से भी विभाग सबक लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने बीएसए मांग करते हुए कहा कि विद्युत विभाग द्वारा वहां से तत्काल तार हटवाने या उसके नीचे सुरक्षा जाली लगवाई जाए ताकि बच्चों की जान सुरक्षित की जा सके। इस दौरान महामंत्री अखिलेश सिंह, अजीत यादव, संदीप पांडेय, राहुल सिंह, रामउग्रह यादव, रामदरश प्रसाद, अफसाना, शैलजा, राजेश, प्रतिभा आदि रहे।



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