सत्संग रूपी नौका से संसार रूपी भवसागर पार हो सकता है जीवमात्र - संत श्यामलाल





बहरियाबाद। स्थानीय संत निरंकारी सत्संग भवन पर रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें संत श्यामलाल गुप्ता ने कहा कि सत्संग ही वह नौका है जिस पर सवारी कर जीव सतगुरु की कृपा से भव सागर पार कर सकता है। सत्संग से ही विवेक की प्राप्ति होती है और मन के विकार नष्ट होते हैं। कहा कि सत्संग करने वाला व्यक्ति सदा मस्त, आबाद एवं जिंदाबाद रहता है। इसके पूर्व सत्संग का शुभारम्भ “सम्पूर्ण अवतार-वाणी“ एवं “सम्पूर्ण हरदेव-वाणी“ के काव्य पाठ से हुआ। इस मौके पर ब्रांच प्रमुख अमित सहाय, जयराम सिंह, गंगादीन यादव, डॉ. केके सिंह, कालिका प्रसाद, डॉ. बाबूलाल, लौजारी राम, रामलगन, शैलेष गुप्ता आदि मौजूद थे। संचालन घूरन प्रसाद ने किया।



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