नदी पर करोड़ों का बन गया पुल लेकिन संपर्क मार्ग न बनने से खतरे में अटकी है राहगीरों की जानें
अशोक कुशवाहा की खास खबर
देवकली। आजादी के छह दशक बीत जाने के बावजूद अब तक ब्लाक मुख्यालय से सटे तरांव गांव में आने जाने के लिए एक अदद संपर्क मार्ग तक नहीं बन पाया है। जबकि अब तक ना जाने कितने जनप्रतिनिधि आए और गए और सभी ने इसके लिए खूब लुभावने वादे किए लेकिन स्थिति इन सभी के उलट है। देवकली व तरांव के बीच गांगी नदी बहती है और देवकली के कई दर्जन किसानों की जमीनें तरांव में भी हैं जिसके चलते वो रोजाना एक छोर से दूसरे छोर तक अपने खेतों में खेती के लिए आते हैं। गांगी नदी पर करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण करा दिया गया लेकिन अब तक संपर्क मार्ग न बनने से उसका कोई लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते इस मार्ग से आवागमन बाधित है। जबकि देवकली में चकबंदी प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में चल रही है। वहीं करीब 500 मीटर तक संपर्क मार्ग विवादित होने के चलते कुछ किसानों ने उसे जोत लिया है। जिसके चलते आम नागरिक खेतों के मेड़ों के सहारे पैदल या साइकिल से अपनी यात्रा को पूरी करते हैं। वहीं बरसात शुरू हो जाने से अब ये यात्रा जान जोखिम में डालकर करने के जैसा है। इस बाबत तरांव निवासी रामनिवास राम व ग्राम प्रधान दिलीप गुप्ता ने बताया कि सम्पर्क मार्ग के मामले का निस्तारण न होने से लोगों समेत स्कूली बच्चों को भी ये महज एक किमी की दूरी अब 7 से 8 किसी दूर तक घूमकर पहाड़पुर या पियरी से होकर आना पड़ रहा है। लेकिन इस दिशा में जनप्रतिनिधि पूरी तरह से उदासीन हैं। ग्रामीणों ने उक्त मार्ग के संपर्क मार्ग को तत्काल बनवाने की मांग की है।