ग्राम प्रधान व सचिव पर ग्रामीणों ने लगाया सरकारी धन के गबन का आरोप, एसडीएम से की विकास कार्यों के जांच की मांग





मरदह। क्षेत्र के त्रिलाठी गांव में बहने वाली नालियों का पानी अब सीमेंटेड नालियों में नहीं बल्कि सड़कों पर बहता है। सड़कों पर बहने वाली ये नालियां न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन का सपना तोड़ रही हैं बल्कि स्वच्छता के लिए जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की योग्यता पर भी सवाल उठा रही हैं। कस्बे में जगह जगह सड़कों पर बहने वाली इन्हीं नालियों के बाबत मंगलवार को गोविंदा जायसवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल तहसील में पहुंचा और सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान उपजिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह को पत्रक सौंपा। पत्रक के माध्यम से त्रिलाठी के ग्राम प्रधान व सचिव पर मिलीभगत कर सरकारी धन के गबन का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में हुए विकास कार्यों में सरकारी धन का पूरी तरह से दुरूपयोग व भारी मात्रा में गबन किया गया है। कहा कि पूरे गांव में बनी नालियां जाम होने के चलते सड़कों पर बह रही हैं और सड़कें भी अब ध्वस्त होने लगी हैं। कहा कि हर तरफ गंदगी का अंबार लगा है। कहा कि प्रधान व सचिव ने सड़क, नाली व शौचालयों का रूपया गबन कर लिया है। उन्होंने गांव में हुए विकास कार्यों की जांच कराने की मांग की। इस मौके पर युवा शक्ति एकता मंच के जंगीपुर अध्यक्ष गंगा जायसवाल, सत्येंद्र सिंह, जयप्रकाश प्रधान, राजकुमार दूबे, समीर तिवारी, श्रवण दूबे, छोटू दूबे, सत्येन्द्र दूबे, जयनाथ शर्मा आदि मौजूद थे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< निर्माण से पूर्व ही ध्वस्त करने का हो गया पूरा इंतजाम, आयुष्मान योजना के हेल्थ व वेलनेस सेंटर निर्माण का है मामला
लोगों में शिक्षा की जागरूकता फैलाने के लिए बच्चों ने निकाली रैली, चट्टियों पर किया जागरूक >>