अब मरीजों के स्वास्थ्य संग खिलवाड़ करने वालों पर गिरेगी गाज, सीएमओ ने छापेमारी कर 2 चिकित्सकों समेत 4 का काटा वेतन, हस्ताक्षर मौजूद लेकिन मौके से गायब थी नर्स





ग़ाज़ीपुर। आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर योगी व मोदी सरकार सख्त रूख अपना चुकी है। जिसका लगातार उदाहरण जनपद में देखने को मिल रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के लगातार अपने ड्यूटी से गायब रहने की शिकायत मिलने पर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य आयुष्मान भारत के जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ जितेंद्र दुबे के साथ हाथीखाना स्थित नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुबह 9ः15 पर पहुंच गए और औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां तैनात चिकित्साधिकारी डॉ इशानी वर्धन और डॉ पूजा श्रीवास्तव नदारद थीं। इसके अलावा बिना किसी पूर्व सूचना के स्टाफ नर्स रागिनी सिंह, मीरा रानी और सुनीता यादव भी मौके से गायब मिली जबकि सुनीता यादव की उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर किया हुआ था। फार्मासिस्ट सम्पूर्णानंद भी वहां से गायब थे। इतने कर्मचारियों के एक साथ गायब होने के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी काफी आक्रोशित थे। उन्होंने मौके से ही सभी गायब अधिकारियों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं अस्पताल में चिकित्सक का इंतजार कर रहे एक मरीज का सीएमओ ने खुद इलाज किया और उसे दवा भी दिलाई। अस्पताल में हुई इस औचक छापेमारी के बाद मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। वहीं मरीजों को ये कहते सुना गया कि इस तरह की कार्रवाई अगर हमेशा हो तो ये डॉक्टर हमारे इलाज के लिए मौजूद रहेंगे और हमें महंगे निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने होंगे।



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