लुटेरी दुल्हन : शादी के बाद लूटकर गिरोह हो जाता था फरार, भंडाफोड़ के बाद दुल्हन समेत दो गिरफ्तार



विवेक सिंह



नंदगंज। कुछ दिनों पूर्व एक फिल्म आई थी जिसमें गिरोह एक दुल्हन की फर्जी शादी कराता था और दुल्हन दूल्हे को लूटकर फरार हो जाती थी। कुछ ऐसे ही एक गिरोह का खुलासा रविवार को पुलिस ने किया और गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार भी कर लिया। हालांकि गिरोह के सरगना समेत चार सदस्य अभी भी फरार है। बीते काफी दिनों से एक गिरोह शादी के नाम पर लोगों से रूपए ऐंठता था। इस बीच आगरा निवासिनी मीना गुप्ता पत्नी अनिल ने नंदगंज थाने में तहरीर देते हुए बताया कि सेमरा गांव के नंदू हरिजन पुत्र मटरू राम ने अपने गिरोह संग मिलकर उसके बरहपुर निवासी भाई रामू गुप्ता से शादी के बदले में रूपए ऐंठ लिए। बताया कि कुछ दिनों पूर्व कासिमाबाद के मरखापुर निवासिनी रीता हरिजन पुत्री हरेंद्र राम ने रामू गुप्ता को अपने प्रेमजाल में फंसाया। इसके बाद उसने शादी का दबाव दिया। जब शादी के लिए उसके घर के लोग तैयार हो गए तो दुल्हन के पिता व अन्य संबंधियों के रूप में गिरोह के अन्य सदस्यों ने रामू के परिवार से 40 हजार नकद व 30 हजार रूपए के जेवर मांगे। जिसके बाद उन्होंने 10 मई को रूपए व जेवर उन्हें देने के बाद जब शादी हो गई और वो दुल्हन को लेकर आगरा जाने लगे। इस बीच दुल्हन बनी युवती व उसके साथ संबंधी के रूप में मौजूद कांशीराम कालोनी आदर्श नगर निवासिनी बिंदु यादव पत्नी पप्पू बिंद ने किसी बात को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया और मौका देखकर वो वहां से फरार हो गए। इसके बाद उन्होंने उनके बताए पते पर उनकी तलाश की लेकिन उनका पता नहीं चला। इस बीच मीना की तहरीर के बाद रविवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि लुटेरी दुल्हन अपने गिरोह संग किसी और फांसने के लिए शादियाबाद तिराहे पर खड़ी है। जिसके बाद पहुंची पुलिस को देख बाकी सब फरार हो गए लेकिन पुलिस ने दुल्हन रीता समेत बिंदु को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस दोनों को थाने लाकर पूछताछ कर रही है। वहीं गिरोह का सरगना नंदू हरिजन अपनी दुल्लहपुर निवासिनी प्रेमिका, अपने साथी टमाटर उर्फ राणाप्रताप पुत्र राजनारायण कुशवाहा निवासी चिलार व सुरेंद्र उर्फ दाढ़ी हरिजन निवासी सराय शरीफ अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। गिरफ्तार नकली दुल्हन ने बताया कि वो इसी तरह से लोगों से फांसने का काम करते थे और रूपया लेकर फरार हो जाते थे। बताया कि अब तक उन्होंने कई क्षेत्रों में ठगी की घटना को अंजाम दिया है। इस बाबत एसओ कण्व कुमर मिश्र ने बताया कि अभी पूछताछ की जा रही है। वहीं दोनों को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक ने 5 हजार रूपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है। टीम में मनोज कुमार सिंह, रुचि कुमारी, बहार, सूर्य प्रवीण सिंह, प्रदीप कुमार आदि थे।



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