सैदपुर : अपने ही सरकारी तंत्र के खिलाफ धरने पर बैठे भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री, समाजसेवी व बार एसोसिएशन ने दिया समर्थन, अधिकारियों पर गंभीर आरोप


सैदपुर। नगर स्थित तहसील परिसर में सोमवार की दोपहर 12 बजे प्रशासन के खिलाफ भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री व पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके रामतेज पांडेय ने मोर्चा खोल दिया और धरना प्रदर्शन किया। करीब 3 घंटे तक प्रदर्शन के बाद उन्होंने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व सीओ को मुख्यमंत्री को संबोधित 5 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। उनके धरना को समर्थन देने के लिए समाजसेवी मनोज सिंह सहित दी बार एसोसिएशन भी पहुंच गया और उन्होंने भी धरने के दौरान की जा रही मांगों को सही ठहराया। धरने के दौरान भाजपा के वक्ताओं द्वारा धरने को बार-बार सरकार के खिलाफ न होकर अधिकारियों के खिलाफ किए जाने को इंगित किया जा रहा था लेकिन उसमें लग रहे नारे स्पष्ट कर रहे थे कि धरना सरकार के भी विरोध में है। हालांकि धरने से वर्तमान पदाधिकारियों या भाजपा के चर्चित चेहरों ने पूरी तरह से दूरी बनाई थी। भाजपा नेता रामतेज पांडेय द्वारा काफी दिनों पूर्व ही ऐलान किया गया था कि 16 जून को सैदपुर तहसील में सैदपुर के सभी विभागों के खिलाफ धरना दिया जाएगा। सोमवार को सभी पहले संजय वन में जुटे और वहां से जुलूस निकालकर तहसील में पहुंचे। हाथों में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, रिश्वत की दीवार मिटाओ, सच्चाई की दीप जलाओ, जैसे स्लोगन लिखी तख्तियां लिए थे। तहसील में पहुंचने पर वहां टेंट में धरना शुरू किया। जहां दी बार एसोसिएशन ने आकर धरने को समर्थन दिया। धरने में समाजसेवी मनोज सिंह ने कहा कि मेरा उद्देश्य है कि भ्रष्टाचार मुक्त समाज हो। कहा कि यहां पर अधिकारियों की बोली लगती है कि बताईए, आप कितने में बिकेंगे। कहा कि अगर समाज में कहीं भ्रष्टाचार होगा तो मैं वहां खड़ा रहूंगा। बिना किसी का नाम लिए कहा कि भाजपा के कई लोगों के संबंध जम्मू तक है। डॉ पीएन सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आज इस कदर भ्रष्टाचार बढ़ गया है कि चौकाघाट जेल में देखा जाए तो आधे से अधिक लेखपाल वहां बंद हैं। वहीं रामतेज पांडेय ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार मुक्त करना चाहती है लेकिन प्रदेश के बेलगाम व भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अधिकारी व कर्मचारी सरकार की मंशा को पूरी नहीं होने देना चाहते। कहा कि हर विभाग के अधिकारी रिश्वतखोरी करते हुए सरकार को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने तहसील, थाने, नगर पंचायत, बिजली विभाग, अस्पताल आदि में व्याप्त भ्रष्टाचार के बाबत कहा कि इन विभागों से लोग परेशान हैं। वर्तमान पदाधिकारियों द्वारा धरने को समर्थन न देने के बाबत कहा कि उन्हें डर है कि उनका पद न चला जाए। कहा कि जिम्मेदार लोग मुख्यमंत्री के सामने सही रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं, वरना जो मुख्यमंत्री प्रदेश को गुंडा व दंगामुक्त कर दे रहा है, वो भ्रष्टाचार मुक्त नहीं कर देगा। उन्होंने भाजपा के जिला नेतृत्व पर भी सवाल उठाते हुए जिलास्तर के कई पदाधिकारियों को दलाल पदाधिकारी कह दिया। वर्तमान जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय पर कहा कि उन्हें सब कुछ पता है लेकिन कुछ नहीं किया। इस दौरान लोगों ने आमजन की यही पुकार, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार आदि के नारे लगाते रहे। इसके पश्चात ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सब्बनवाड व सीओ अनिल कुमार मौके पर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री को संबोधित 5 सूत्रीय पत्रक सौंपा। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष विजयशंकर राय, बृजभूषण सिंह, भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह, पंकज सिंह, डॉ. पीएन सिंह, संगीत नाट्य कलाकार राकेश यादव, गुद्दन सिंह, नरेंद्र पाठक, दिलीप सोनकर आदि रहे। अध्यक्षता रघुवर दयाल राजभर ने किया।

