अनोखी पहल! इस शानदार ‘किताब बैंक’ के कारण अब कलाम, चावला, भाभा बनकर दिखाएंगी दम तोड़ती प्रतिभाएं



अमित जायसवाल की खास खबर



जखनियां। आज के समय व स्टेशनरी व किताब कापियों की तेजी से आसमान छूती कीमतों के चलते कई बच्चे समुचित शिक्षा दीक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में कस्बा स्थित एक निजी कोचिंग सेंटर ए टू जेड ने नई पहल शुरू करते हुए बुक बैंक खोली है। जिसमें वंचित तबके के बच्चों को सम्पन्न परिवार के बच्चों द्वारा आसानी से किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। इस बाबत जानकारी देते हुए सेंटर के प्रबंधक आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आज के समय में कई ‘अब्दुल कलाम, होमी जहांगीर भाभा, कल्पना चावला आदि से दुनिया का साक्षात्कार सिर्फ इसलिए नहीं हो पाता है क्योंकि किताब कापियों के अभाव के चलते उनके उस मुकाम तक पहुंचने के पहले ही वो प्रतिभाएं जीर्ण शीर्ण होकर दम तोड़ देती हैं। ऐसे में इस बुक बैंक को शुरू करने का एकमात्र लक्ष्य है कि ऐसे बच्चों तक किताबें कापियों निशुल्क पहुंचाई जाएं जो आर्थिक रूप से अक्षम हों। आम तौर पर उनके अभिभावक किताबों आदि का बोझ नहीं उठा सकते, ऐसे में ये संस्था के जरिए उनकी सहायता की जाती है। उन्होंने हर परिवारों के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो अपने बच्चों की निरर्थक हो चुकी किताब, कापियों, स्कूली बैग आदि को यहां दे जाएं। जिससे किसी गरीब बच्चे को उस किताब को उपलब्ध कराया जा सके और वो अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। बताया कि इस सेंटर के द्वारा प्रति वर्ष 25 से अधिक बच्चों को किताब कापियां आदि उपलब्ध कराए जाते हैं। बताया कि कई सक्षम लोग बच्चों के लिए पेन पेंसिल आदि भी दे जाते हैं। जिससे जरूरतमंद गरीब बच्चों की पढ़ाई पूरी हो जाती है। बहरहाल आशीष के इस पहल की न सिर्फ पूरे क्षेत्र में खूब सराहना हो रही है बल्कि लोग बढ़ चढ़कर इसमें हिस्सेदारी भी कर रहे हैं।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< जीर्ण शीर्ण हो चुके मंदिर का हिंदु जागृति मंच ने कराया जीर्णोद्धार, चार दिवसीय कार्यक्रम संग होगा शुभारंभ
जाति धर्म से ऊपर उठकर करें एक दूसरे की मदद - रामवृक्ष यादव >>